उत्तर पश्चिमी दिल्ली में हुए दंगों और उसमें इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) अधिकारी 26 वर्षीय अंकित शर्मा की हत्या के आरोप के मामले में फरार आम आदमी पार्टी से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को लेकर क्राइम ब्रांच के एडिशनल सीपी अजित सिंगला का कहा था कि 24-25 की रात को कुछ लोगों ने बताया कि कोई पार्षद अपनी बिल्डिंग में डरा हुआ छिप रखा है। सिंगला ने कहा कि उसे हमने बाहर निकलवाया। अजित सिंगला ने कहा कि मैं अंदर नहीं गया मेरी टीम गई थी। क्राइम ब्रांच के एडिशनल सीपी की बात में गौर करने वाली बात यह है कि पुलिस ने ही ताहिर को रेस्क्यू करवाया और पुलिस ही उसे अंकित के मर्डर के मामले में ढूंढ रही है।
अंकित के पिता और भाई ने आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन पर अंकित शर्मा की हत्या का आरोप लगाया है। अंकित के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन के समर्थक अंकित को खींचकर ले गए और उनकी हत्या करने के बाद शव नाले में फेंक दिया।
दिल्ली पुलिस ने अंकित के भाई और पिता के बयान के आधार पर पार्षद ताहिर हुसैन पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, ताहिर हुसैन पर हिंसा भड़काने और हिंसा में शामिल होने का आरोप लगने के बाद आम आदमी पार्टी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है। दिल्ली सरकार ने अंकित शर्मा के परिवार को 1 करोड़ रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले के मुस्तफाबाद, मौजपुर, करावल नगर, शिव विहार, कर्दमपुरी, सीलमपुर, ब्रह्मपुरी, भजनपुरा आदि इलाकों में हिंसा हुई थी। दंगों को लेकर पुलिस ने 369 FIR दर्ज हुईं हैं। आर्म्स एक्ट में 44 एफआईआर दर्ज हुई है। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को बताया कि दंगों में 1284 लोगों को गिरफ्तार और हिरासत में लिया गया है। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने भी इस मामले में 21 एफआईआर दर्ज की है।