नई दिल्ली: ड्रग तस्करों के खिलाफ दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने 2 अफगान नागरिकों को 200 करोड़ रुपये की हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी अफगानिस्तान के हेलमंड जबकि दूसरा कंधार का रहने वाला है। हेरोइन की यह खेप कथित तौर पर वाघा-अटारी बॉर्डर के रास्ते हिंदुस्तान में दाखिल हुई थी। आपको बता दें कि इससे पहले भी दिल्ली पुलिस ने हाल ही में लगभग 600 करोड़ रुपये की हेरोइन पकड़ी थी और ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था।
किशमिश के कार्टन्स में छिपा रखी थी हेरोइन
पुलिस ने हरियाणा के सोनीपत जिले में मरियापुरी रोड पर पड़ने वाले कुंडली में छापा मारकर करोड़ों की हेरोइन जब्त की। तस्करों ने बड़ी सफाई से किशमिश के 102 बोरों में 204 प्लास्टिक्स में बांधकर हेरोइन को छिपा रखा था। इससे पहले भी शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली में ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए करीब 150 किलो अफगान मूल की हेरोइन की बड़ी खेप बरामद की थी। इसकी इंटरनेशनल मार्किट में कीमत 600 करोड़ है। 200 करोड़ रुपये की हेरोइन और पकड़े जाने के बाद अब कुल 800 करोड़ रुपये की हेरोइन दिल्ली पुलिस ने जब्त की है।
5 ड्रग तस्कर हुए थे गिरफ्तार
स्पेशल सेल इस मामले 2 अफगान मूल के शख्स समेत 5 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया था। दरअसल, स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि साउथ ईस्ट दिल्ली के इलाके में देर रात कुछ लग्जरी गाड़ियों का काफिला निकलता है। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को शक हुआ। जांच में पता चला कि ये गाड़ियां ड्रग तस्करी में शामिल है जिसके बाद स्पेशल सेल ने 2 गाड़ियों को इंटरसेप्ट करके चेकिंग शुरू की। इन गाड़ियों में कैविटी बनाकर ड्रग तस्करों ने करीब 20 से 30 किलो हेरोइन छुपा रखी थी। पुलिस ने मौके से दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में हुआ फैक्ट्री होने का खुलासा
पकड़े गए तस्करों से पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस को पता चला दिल्ली में एक जगह इनके कुछ साथियों ने ड्रग्स फैक्ट्री लगा रखी है। ये तस्कर इतने शातिर थे कि पुलिस से बचने के लिए हेरोइन को एक केमिकल में मिला देते थे और उस केमिकल में जूट की बोरियां भिगोकर और उन बोरियों में जीरा भरकर अफगानिस्तान से हिंदुस्तान मंगाते थे। इसके चलते पुलिस को शक भी नहीं होता था और वे आसानी से इस गुनाह को अंजाम दे जाते थे।