Sunday, November 24, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. किसान संगठनों से होगी पूछताछ, दोषी नेताओं को बख्शा नहीं जाएगा: दिल्ली पुलिस

किसान संगठनों से होगी पूछताछ, दोषी नेताओं को बख्शा नहीं जाएगा: दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस ने किसान रैली में हुई हिंसा पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दिल्ली पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि 2 जनवरी को हमें किसान ट्रैक्टर रैली की जनकारी मिली थी। टैक्टर रैली की जनकारी मिलते ही हमने किसान नेताओं से बात की।

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: January 28, 2021 8:30 IST
किसान संगठनों से होगी पूछ्ताछ, दोषी नेताओं को बक्शा नहीं जाएगा: दिल्ली पुलिस- India TV Hindi
Image Source : PTI किसान संगठनों से होगी पूछ्ताछ, दोषी नेताओं को बक्शा नहीं जाएगा: दिल्ली पुलिस

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्चर ने किसान रैली में हुई हिंसा पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होनें जानकारी देते हुए कहा कि 2 जनवरी को हमें किसान ट्रैक्टर रैली की जनकारी मिली थी। टैक्टर रैली की जानकारी मिलते ही हमने किसान नेताओं से बात की। रैली के लिए दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक का समय तय हुआ लेकिन 26 जनवरी को सुबह आठ बजे ही कई बॉर्डर से बैरिकेडिंग तोड़कर भीड़ दिल्ली के अंदर घुस गई।

पुलिस ने बताया कि रैली के दौरान किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू ने बहुत भड़काऊ भाषण दिए। डॉ दर्शनपाल ने भी पुलिस की बात नहीं मानी। किसान नेता बूटा सिंह किसानों के साथ हिंसा में शामिल हुए। वहीं किसानों में से कुछ ने लाल किले पर धार्मिक झंडा फेहराया। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सभी उपद्रवियों की पहचान होगी, किसी को बक्शा नही जाएगा। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि किसान संगठन के नेताओं से पूछताछ होगी। किसी भी दोषी नेता को छोड़ा नही जाएगा।

पढ़ें- किसान आंदोलन पर बयानबाजी करने वाले पाकिस्तान में हुई जमकर हिंसा, लगा दी गई आग

पुलिस कमिश्चर ने बताया कि दिल्ली पुलिस की ट्रैक्टर रैली से पहले कई मुद्दों पर किसान नेताओं के साथ बातचीत हुई थी जिसमें इस बातों पर सहमति बनी थी कि टैक्टर मार्च दोपहर 12 बजे शुरु होकर शाम 5 बजे खत्म हो जाएगा। ट्रेक्टर मार्च के दौरान किसान लीडर्स अगली पंक्ति रहकर किसानों को लीड करेंगे। हर एक जत्थे के साथ लीडर्स साथ चलेंगे ताकि भीड़ को कंट्रोल कर सके। 

पढ़ें- ट्रैक्टर रैली हिंसा के पीछे खालिस्तानियों का हाथ, कांग्रेस नेता का बड़ा दावा

उन्होनें बताया कि तय हुआ था कि रैली में 5000 से ज्यादा ट्रेक्टर्स न हो, कोई हथियार, फायर आर्म, भाला कुछ साथ न हो। रैली शांति और अनुशाशन में हो। कमिश्नर ने बताया कि इसपर लिखित परमिशन के बाद अंडरटेकिंग भी ली गई थी। उन्होनें आगे जानकारी देते हुए यह भी बताया कि हमें 25 जनवरी की देर शाम को समझ आया था कि वो वादे से मुकर रहे है। 26 जनवरी को रैली के दौरान जो अग्रेसिव थे उनको उन्होंने आगे कर दिया।

पढ़ें- संसद की कैंटीन के नए रेट, जानें कितने रुपए में सांसदों को मिलेगा खाना

पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रैली के दौरान हुई हिंसा में 394 पुलिसकर्मी घायल हुए जिनमें कुछ ICU में है। हिंसा के दौरान 428 बैरिकेडिंग तोड़ी गई। 25 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होनें बताया कि कार्रवाई के दौरान पुलिस ने सइयम दिखाया और किसी की जान नहीं गई। इस हिंसा के संबंध में 19 लोग गिरफ्तार हुए और 50 लोग हिरासत में लिए गए है। 

पढ़ें- पिता ने मोबाइल फोन छुपाया, नाराज बेटी ने लाठी से पीटकर कर दी हत्या

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement