नई दिल्ली: तीस हजारी अदालत परिसर में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प के बाद दिल्ली पुलिसकर्मीयों पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी जारी है। एक पुलिसकर्मी ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से अपनी सुरक्षा और पुलिस के साथ हुए अन्नाय पर मांग रखी है। तीस हजारी कोर्ट में वकीलों के साथ झड़प के बाद पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली पुलिस के सैकड़ों कॉन्सटेबल, हवलदार, एसएचओ पुलिस हेडक्वार्टर पर जमा हुए हैं।
जवानों के प्रदर्शन के बीच दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा है कि ये हमारे लिए परीक्षा की घड़ी है, सभी जवान शांति बनाए रखें और अपनी ड्यूटी पर वापस लौटें। इनका कहना है कि वो शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट करेंगे और पुलिस कमिश्नर से मिलकर अपनी बात रखेंगे। वहीं गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, 2 नवंबर को तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प के मामले में दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है।
वकीलों की हिंसा के बाद दिल्ली पुलिसकर्मी ने रखी अपनी 10 मांगे
1) सभी स्तर के जजों की सुरक्षा वापस हो।
2) हिंसा में शामिल सभी वकीलों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चले।
3) हिंसा में प्रभावित सभी पुलिस ऑफिसर्स और कर्मचारियों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किये।
4) अदालतों से एंव वकीलों से असहयोग।
5) वकीलों एवं उनके स्टाफ की दिल्ली के तमाम थानों एवं पुलिस कार्यालयों में एंट्री बंद हो।
6) पुलिस ऑफिसर्स एवं पुलिस कर्मचारियों के लिए भी पुलिस प्रोटेक्शन एक्ट बने।
7) ट्रैफिक पुलिस वकीलों के साथ कोई नरमी ना बरते।
8) दिल्ली पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी संघटन फिर से बहाल हो।
9) दिल्ली की सरकार से कोई पुलिसकर्मी सहयोग ना ले।
10) अदालतों से पूर्ण रुप से पुलिस सुरक्षा हटाई जाए।