कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से देश को बचाने के लिए सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है। लॉकडाउन को लागू करने के लिए पुलिस सख्ती से इसे लागू कराने में लगी है लेकिन सख्त पुलिसिंग के बीच कई चेहरे मानवता से भरे भी देखने को मिल रहे हैं। इनमे से एक चेहरा राजधानी दिल्ली के दक्षिणी पूर्वी जिले के एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश का भी है। ज्ञानेश ने जामिया इलाके में रहने वाली एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। महिला ने बच्चे को जन्म दिया है और अब यह दम्पत्ति पुलिस का धन्यवाद दे रही है।
दरअसल जामिया के जोगा बाई एक्सटेंशन के रहने वाले मोहम्मद आमिल की पत्नी सना गर्भवती थी और जामा मस्जिद के पास एक अस्पताल में उनको इलाज के लिए जाना पड़ता था। लेकिन लॉकडाउन के कारण आमिल को गर्भवती पत्नी को अस्पताल ले जाने में कई दिक्कतें हो रही थी। जब आमिल को सब रास्ते बंद होते दिखाई दिए तो आमिल ने दक्षिणी पूर्वी जिले के एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश को फोन लगाया और कर्फ्यू पास बनाने की गुजारिश की और ये भी कहा कि वो पास लेने उनके दफ्तर नही जा पा रहा क्यों कि पुलिस की काफी सख्ती है। जिसके बाद दक्षिणी पूर्वी जिले के एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश ने आमिल का पास बनवा कर उसके घर भिजवा दिया।
लेकिन आमिल के लिए मुश्किल की घड़ी तब आई जब 12 अप्रैल को जब आमिल की पत्नी सना को लेबर पेन हुआ। एक बार फिर मोहम्मद आमिल ने दक्षिणी पूर्वी जिले के एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश को फोन मिलाया। अडिशनल डीसीपी ने मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए तुरंत पुलिस की गाड़ी आमिल के पास भेजी। जिसके बाद पुलिस की गाड़ी में मोहम्मद आमिल अपनी पत्नी सना को लेकर जामा मस्जिद के अस्पताल पहुंचा 13 अप्रैल की सुबह मोहम्मद आमिल और सना ने को एक बेटा हुआ। बेटा पाकर मोहम्मद आमिल और सना बेहद खुश हैं।