गुरुवार सुबह दिल्ली NCR में कई जगहों पर घना कोहरा छा गया, जिस वजह से वाहन चालकों को वाहन चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर कोहरा इतना ज्यादा है कि विजिबिलिटी करीब-करीब जीरो महसूस की गई। गाजियाबाद में NH-9, गौतमबुद्धनगर में गौर सिटी, ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन, सेक्टर 120, FNG एक्सप्रेस-वे पर घना कोहरा छाया हुआ है, जिस वजह से गाड़ियां रेंग-रेंग कर चल रही हैं।
पढ़ें- 'स्वदेशी' Tooter पर है पीएम मोदी का अकाउंट? अमित मालवीय ने दी जानकारी
राजधानी दिल्ली में सिंघु बॉर्डर पर ठंड और कोहरे की वजह से ऑटो चालकों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। एक ऑटो चालक ने बताया, "सवारी का इंतज़ार बहुत देर से कर रहे हैं लेकिन सवारी नहीं मिल रही है। कोहरे की वजह से गाड़ी धीरे चलानी पड़ती है और डर भी लगता है। पहले बहुत काम था अब काम नहीं है।" गुरुवार को मौसम विभाग ने बताया कि राजधानी दिल्ली में सुबहर साढ़े पांच बजे पालम में 6.2 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा सफदरजंग में 4.4 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया।
पढ़ें- रेलवे ने दी गुड न्यूज! अभी चलती रहेंगी ये स्पेशल ट्रेन, जानिए रूट, टाइम और स्टॉपेज
देखिए वीडियो
दिल्ली में शीत लहरराजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान गिरकर दो डिग्री सेल्सियस हो जाने के कारण ‘‘भीषण’’ शीत लहर की चपेट में आ गई है तथा राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार सुबह ‘‘घना’’ कोहरा छाया रहा। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह ‘‘घने’’ से ‘‘मध्यम’’ कोहरे के कारण पालम में दृश्यता स्तर 100 मीटर और सफदरजंग में 201 रहा।
IMD के अनुसार, यदि दृश्यता स्तर शून्य से 50 मीटर हो, तो कोहरा ‘‘अत्यंत घने’’ की श्रेणी में आता है, दृश्यता स्तर 51 से 200 मीटर होने पर यह‘‘घने’’ की श्रेणी में आता है, दृश्यता स्तर 201 से 500 मीटर हो, तो कोहरा ‘‘मध्यम’’ की श्रेणी में आता है और यदि दृश्यता स्तर 501 से 1,000 के बीच हो, तो कोहरा ‘हल्के’ की श्रेणी में आता है।
सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य तापमान से पांच डिग्री नीचे है, जबकि बुधवार को यह 3.2 डिग्री सेल्सियस था। लोधी रोड और रिज मौसम स्टेशनों ने क्रमश: 2.4 और 3.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। यदि मैदानी इलाकों में चार डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया जाता है, तो आईएमडी शीत लहर की घोषणा करता है और यदि तापमान दो डिग्री सेल्सियस या उससे भी नीचे गिर जाता है तो भीषण शीत लहर घोषित की जाती है।
IMD के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों से मैदानी इलाकों में चल रही ठंडी एवं शुष्क उत्तरी/उत्तरपश्चिमी हवाओं के कारण उत्तर भारत में तापमान और गिर गया है। शहर में एक जनवरी को 1.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था, जो पिछले 15 साल में इस महीने में सबसे कम तापमान है।