नई दिल्ली: देश के सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होने जा रहे Delhi-Mumbai Expressway का काम तेज गति से आगे बढ़ रहा है और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उम्मीद जताई है कि निश्चित अवधि पर इसका काम पुरा हो जाएगा। मंगलवार को परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण की कुछ तस्वीरें शेयर की और कहा कि इसका काम रिकॉर्ड गति से आगे बढ़ रहा है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-21 के दौरान देशभर में रोजाना 35.6 किलोमीटर राजमार्गों का निर्माण किया गया है और राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की यह अबतक की सबसे तेज गति है। नितिन गडकरी ने बताया कि राजमार्गों के निर्माण में गति लाने के लिए सरकार की तरफ से विशेष कदम उठाए गए हैं जिनमें ठेकेदारों को सपोर्ट, ठेके की शर्तों में छूट और साइट पर काम कर रहे मजदूरों के खाने पीने और मेडिकल सहायता के लिए छोटे ठेकेदारों को पेमेंट का सीधा ट्रांस्फर शामिल है।
उन्होंने बताया कि परियोजना की कुल लंबाई में से, 350 किलोमीटर का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है और 825 किलोमीटर के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि शेष 163 किलोमीटर लंबाई के लिए बोलियां प्राप्त व आमंत्रित की गई हैं और शेष कार्यों को चालू वित्त वर्ष में सौंपे जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पूरे गलियारे को पूरा करने की लक्षित तिथि जनवरी 2023 है।
गडकरी ने यह भी कहा कि अभी 2,507 किलोमीटर की लंबाई वाले 7 एक्सप्रेसवे का कार्यान्वयन शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि 2,507 किलोमीटर में से 440 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने कोविड महामारी के कारण राहत प्रदान करने के लिए तीन जून, 2020 को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांच लाख या इससे अधिक आबादी वाले शहरों के 50 किलोमीटर की परिधि के भीतर सर्विस सड़क की ऊपरी सतह पर भी प्लास्टिक अपशिष्ट के अनिवार्य उपयोग के लिए दिशानिर्देश जारी किया है।
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