नयी दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के रविवार को दिल्ली पहुंचने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार अगले 24 घंटों में मॉनसून के राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने की उम्मीद है। IMD ने रविवार को आसमान में बादल छाए रहने और एक या दो बार बारिश की संभावना जतायी है। उसने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थिति पूर्वी हवाओं के कारण अनुकूल बन गयी है और इसके एक दिन में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों तक पहुंचने की संभावना है।
बता दें कि, मौसम कार्यालय ने शुक्रवार को अपने पूर्वानुमान में कहा था कि मॉनसून 27 जून की सामान्य तिथि के 13 दिन बाद शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में पहुंच जाएगा। दिल्ली में पिछले 15 साल के दौरान इस बार मॉनसून सबसे ज्यादा देरी से पहुंच रहा है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार मॉनसून 2012 में सात जुलाई को और 2006 में नौ जुलाई को राजधानी पहुंचा था। उन्होंने कहा कि 2002 में दिल्ली में 19 जुलाई को पहली बार मॉनसूनी बारिश हुई थी। शहर में सबसे अधिक देरी से मॉनसून 1987 में 26 जुलाई को आया था।
इस बीच, शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रहा। सापेक्षिक आर्द्रता का स्तर शाम 5.30 बजे 47 प्रतिशत दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शाम 7.05 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 96 था। शून्य और 50 के बीच के एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है।
दिल्ली सहित उत्तर भारत के हिस्सों को एक दिन के भीतर कवर करने की संभावना
पूर्वी हवाओं ने दक्षिण-पश्चिमी मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थितियां बना दी हैं और इसके एक दिन के भीतर दिल्ली, हरियाणा तथा पंजाब सहित उत्तर भारत के हिस्सों को कवर करने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की खाड़ी से निचले स्तर की पूर्वी हवाएं उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ गई हैं और शनिवार को दिल्ली, हरियाणा तथा पूर्वी राजस्थान तक पहुंच रही हैं।
आईएमडी ने कहा, ‘‘इसलिए, अगले 24 घंटे के दौरान स्थितियां दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों तथा पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान के कुछ और हिस्सों के ऊपर दक्षिण-पश्चिमी मानसून के और आगे बढ़ने के लिए अनुकूल बनी रहेंगी।’’ इसने कहा कि अगले 48 घंटों के दौरान देश के शेष हिस्सों में दक्षिण-पश्चिमी मानसून के और आगे बढ़ने के लिए भी स्थितियां अनुकूल हैं।
मध्य प्रदेश में 10 दिन बाद मानसून फिर सक्रिय, अच्छी बारिश की संभावना: आईएमडी
मध्य प्रदेश में करीब 10 दिनों के अंतराल के बाद मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। शनिवार को राज्य के कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई जिससे पारा नीचे चला गया और लोगों को उमस भरे मौसम से थोड़ी राहत मिली। भारत मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी के साहा ने बताया कि राज्य में 11 से 16 जुलाई के बीच अच्छी बारिश होने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘मानसून थोड़े विराम के बाद धीरे-धीरे मध्य प्रदेश में सक्रिय हो रहा है। अरब सागर में दक्षिण-पश्चिम हवाएं उठ रही हैं जिससे राज्य में नमी आ रही है।’’ उन्होंने बताया कि इसके अलावा रविवार को उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है जिससे मध्य प्रदेश में और नमी आएगी।
साहा ने बताया कि शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में गुना के कुम्भराज शहर में सबसे अधिक 72 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि सिंगरौली के सराय इलाके में 66.4 मिमी. बारिश हुई। इस अवधि के दौरान भोपाल के कोलार इलाके में 4.8 मिमी. बारिश हुई जबकि इंदौर के देपालपुर और महू इलाकों में क्रमश: 10.5 मिमी. और छह मिमी. बारिश हुई। बारिश के कारण तापमान कुछ हद तक कम हो गया है।