नई दिल्ली: दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के रजिस्ट्रार को एक नोटिस जारी किया। आयोग ने ‘ इस्लामिक आतंकवाद ’ पर एक पाठ्यक्रम शुरू करने के विश्विवद्यालय के प्रस्ताव के पीछे मौजूद कारण जानना चाहा है। आयोग के प्रमुख जफरूल इस्लाम खान ने कहा कि प्रस्तावित पाठ्यक्रम के बारे में खबरों पर स्वत : संज्ञान लेते हुए आयोग ने रजिस्ट्रार से यह बताने को कहा है कि विश्विवद्यालय किस आधार पर ‘ इस्लामिक आतंकवाद ’ पर पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है।
जेएनयू अकादमिक परिषद ने ‘ सेंटर फॉर नेशनल सेक्युरिटी स्टडीज ’ की स्थापना करने का एक प्रस्ताव पारित किया है जिसके तहत ‘ इस्लामिक स्टेट ’ पर एक पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। पिछले हफ्ते हुई बैठक में शामिल हुए एक प्राध्यापक ने यह जानकारी दी। अयोग ने जेएनयू प्रशासन से यह जवाब देने को कहा है कि प्रस्तावित सेंटर में इस्लामिक आतंकवाद पर पाठ्यक्रम शामिल करने के लिए क्या कोई अवधारणा पत्र या प्रस्ताव है। साथ ही , उसने इसकी एक प्रति मांगी है।
प्रस्तावित पाठ्यक्रम का जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों के कुछ तबके ने विरोध किया है। जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष गीता कुमारी ने कहा कि यह बहुत ही स्तब्ध करने वाला कदम है।