नयी दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरों को देखते हुए दिल्ली को आज सुबह से लॉकडाउन कर दिया गया है। राजधानी दिल्ली में 23 मार्च से लेकर 31 मार्च तक लॉकडाउन की स्थिति बहाल रहेगी। लॉकडाउन के दौरान सार्वजनिक परिवहन का कोई साधन नहीं चल रहा और दिल्ली की सीमाओं को सील कर दिया गया है, लेकिन स्वास्थ्य, खानपान, जल और विद्युत आपूर्ति आदि से संबंधित आवश्यक सेवाएं जारी हैं।
आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को गतंव्य तक पहुंचाने के लिए डीटीसी की 25 प्रतिशत बसें चल रहीं हैं। दिल्ली में सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित किया गया है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल के अनुसार दुग्ध उत्पाद की दुकानें, किराना दुकानें, दवा की दुकानें और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे, वहीं जरूरी सेवाओं से जुड़े सभी लोगों को इस दौरान आवागमन की अनुमति दी जाएगी।
बाद में उन्होंने ट्वीट किया कि असामान्य स्थिति में असामान्य कदम उठाने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें पता है कि लोगों को कठिनाइयां आएंगी लेकिन कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन जरूरी है।’’ उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दिल्ली में कोविड-19 के कुल 27 मामले सामने आये हैं जिनमें से छह स्थानीय स्तर पर एक व्यक्ति से दूसरे में संक्रमण के हैं, वहीं 21 मामले विदेशों से आये लोगों के हैं।
केजरीवाल ने कहा कि पांच से ज्यादा लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं होगी और लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो लोग जरूरी चीजों के लिए घरों से बाहर निकलते हैं उनकी बात पर भरोसा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि निजी क्षेत्र के दफ्तरों को लॉकडाउन के दौरान अपने कर्मचारियों को वेतन देना होगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को काम पर माना जाएगा और कंपनियां पगार नहीं काटेंगी।