नई दिल्ली: जामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों का धरना प्रदर्शन तो खत्म हो गया है लेकिन कालिंदी कुंज-शाहीनबाग रोड पर सीएए-एनआरसी को लेकर हो रहे धरना प्रदर्शन की वजह से दिल्ली भीषण जाम से जूझ रही है। गाड़ियां सड़कों पर रेंग रही है। जिस सफर के लिए 30 मिनट लगते थे उसी सफर के लिए अब ढाई घंटे लग रहे है। दिल्ली के इस जाम ने लाखों लोगों की ज़िंदगी को जहन्नुम जैसा बना दिया है। कालिंदी कुंज-शाहीनबाग रोड पर लगे इस ब्लॉक को खुलवाने का मामला दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचा जिसपर आज सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि पुलिस कानून के तहत अपना काम करे। हालांकि कोर्ट ने जनहित को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की इजाजत दी। बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून और संभावित एनआरसी के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन की वजह से कालिंदी कुंज-शाहीन बाग रोड बीते 15 दिसंबर से बंद है।
दिल्ली हाईकोर्ट में बंद रोड को खुलवाने के लिए एक जनहित याचिका दाखिल की गई थी। रास्ता बंद होने की वजह से दूसरे वैकल्पिक रास्तों पर भारी भीड़ हो रही है। याचिका दायर कर मांग की गई कि कालिंदी कुंज और शाहीनबाग के रास्ते को खोलने के लिए कोर्ट दिल्ली पुलिस को आदेश दे।
दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले याची ने मांग करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी ओखला में शाहीनबाग की उस सड़क पर बैठे हुए हैं जो आगे चलकर दिल्ली-आगरा हाइवे से जुड़ जाती है। इसी सड़क पर अपोलो अस्पताल है। सुबह से शाम तक ही नहीं रातभर इस सड़क पर खासा ट्रैफिक भी रहता है, लिहाजा इस सब को देखते हुए सड़क खुलवाने के आदेश जारी किए जाएं।
शाहीनबाग में डटे प्रदर्शनकारियों ने सीएए के विरोध के नाम पर इस पूरे इलाके को मानो हाईजैक कर लिया है और रास्ता बंद होने की वजह से दूसरे इलाकों में लाखों लोग जाम से जूझ रहे हैं। शाहीन बाग का रास्ता बंद होने की वजह से सरिता विहार और मथुरा रोड से गुज़रने वाले लोग अब न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और आश्रम से होते हुए डीएनडी से होकर नोएडा तक जाने को मजबूर हैं।
इससे इन इलाकों से गुज़रने वाली सड़कें पूरी तरह से ओवरलोड हो गई हैं और एक साथ इतनी गाड़ियों के इस रूट पर आने से भयंकर जाम लग रहा है। ये मुसीबत अब रोज़ की हो गई है। लोगों का गुस्सा शाहीनबाग में जमे प्रदर्शनकारियों को लेकर है कि सीएए पर विरोध के नाम पर शहर को जाम करने का क्या मतलब है।
लोगों के सामने इस जाम से बचने का अब एकमात्र विकल्प ये है कि वो अपनी गाड़ियों को पास के किसी मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में खड़ा करते हैं और मेट्रो के ज़रिए मंज़िल तक पहुंचते हैं। ऐसे में शाहीनबाग में बैठे प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ गुस्सा बहुत ज़्यादा है।
रोड नंबर 13 वही सड़क है जो नोएडा से कालिंदी कुंज और सरिता विहार को जोड़ती है लेकिन शाहीनबाग में प्रदर्शन की वजह से रोड नंबर 13 पिछले 30 दिन से बंद है। इससे नोएडा-दिल्ली और फरीदाबाद आने जाने वाले लाखों लोगों को मुश्किल हो रही है। जिन्हें दिल्ली से नोएडा आने में 20 से 25 मिनट लगते थे, उन्हें 2 से 3 घंटे लग रहे हैं।
सबसे ज़्यादा मुश्किल नौकरीपेशा वालों को है। रास्ते बंद होने से सरित विहार से नोएडा के स्कूल में आने वाले बच्चे स्कूल तक नहीं जा पा रहे। नोएडा में कई नामी प्राइवेट यूनिवर्सिटी, कॉलेज और स्कूलों के अलावा आईपी यूनिवर्सिटी के कई कॉलेज भी हैं। दिल्ली के हजारों बच्चे वहां पढ़ने के लिए रोज आते-जाते हैं।