नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने हड़ताली नर्सों पर एस्मा (ESMA)लगा दिया है। सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में काम करनेवाली 25 हजार नर्सें आज सुबह से हड़ताल पर हैं। नर्सों की हड़ताल की वजह से अस्पतालों की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। ॉ
अस्पतालों में बड़ी तादाद में भर्ती हैं मरीज
पूरी दिल्ली इन दिनों डेंगू, चिकनगुनिया समेत तमाम मौसमी बीमारी की चपेट में है। ऐसे समय में नर्सों की हड़ताल से हालात बेहद खराब होने लगे हैं। दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में काफी तादाद में मरीज भर्ती हैं। हालात ऐसे हैं कि मरीजों के लिए बेड कम पड़ रहे हैं। हालात बिगड़ते देख सरकार ने हड़ताली नर्सों पर एस्मा लगाने का आदेश जारी कर दिया है। एस्मा लागू होने के बाद हड़ताल पर जानेवाली नर्सों की गिरफ्तारी हो सकती है।
क्या है मामला ?
ऑल इंडिया गवर्नमेंट नर्सेज फेडरेशन ने वेतन संबंधी विसंगतियों समेत कुल 9 मांगों को लेकर आंदोलन किया था। सरकार की ओर से मांगें मानने और फाइल वित्त मंत्रालय के पास भेजने का भरोसा दिलाया गया लेकिन नर्सों का कहना है कि कोई कार्रवाई नहीं हुई। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के प्रारूप में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया और अंतिम मंजूरी दे दी गई। नर्सों का कहना है कि वे सरकार के इस कदम से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही हैं। इसलिए नर्सों के संगठन ने शुक्रवार से हड़ताल और बेमियादी अनशन शुरू कर दिया।
क्या है एस्मा कानून?
आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (एस्मा) हड़ताल को रोकने के लिए लगाया जाता है। एस्मा लागू करने से पहले इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को किसी मीडिया या अन्य माध्यम से सूचित किया जाता है। एस्मा का नियम अधिकतम 6 महीने के लिए लगाया जा सकता है। एस्मा लागू होने के बाद अगर कर्मचारी हड़ताल पर जाता है तो उसे बिना किसी वारंट के गिरफ्तार किया जा सकता है।
एस्मा लागू करने का नोटिफिकेशन