नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने बढ़ी कार्रवाही करते हुए हड़ताली डॉक्टरों के खिलाफ एस्मा लगाया। राजधानी दिल्ली के करीब 25 सरकारी अस्पतालों के 15 हजार रेजिडेंट डॉक्टरों का हड़ताल लगातार दूसरे दिन भी जारी है। इससे मरीजों को दिक्कत पेश आ रही है। सैकड़ों मरीज ऑपरेशन के इंतजार में हैं।
क्या है एस्मा !
आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (एस्मा) हड़ताल को रोकने हेतु एस्मा लगाया जाता है। एस्मा लागू करने से पूर्व इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को किसी समाचार पत्र या अन्य माध्यम से सूचित किया जाता है। एस्मा का नियम अधिकतम 6 माह के लिए लगाया जा सकता है एस्मा लागू होने के उपरान्त यदि कर्मचारी हड़ताल पर जाता है तो वह अवैध एवं दण्डनीय है। क्रिमिनल प्रोसीजर के अन्तर्गत एस्मा लागू होने के उपरान्त इस आदेश से सम्बन्धि किसी भी कर्मचारी को बिना किसी वारन्ट के गिरफतार किया जा सकता है।
दिल्ली सरकार ने सोमवार को ही डॉक्टरों की एसोसिएशन की सारी बातें मान ली थीं, लेकिन हड़ताल खत्म नहीं हुई है। ऐसे में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने इस आशय का संकेत दिया है कि अगर रेजिडेंट डॉक्टर काम पर नहीं लौटे तो उन पर कार्रवाई की जा सकती है।