नई दिल्ली: आज यमुना का जल स्तर 206 मीटर के बेहद करीब पहुंच गया है। लगातार हथिनीकुंड बैराज से पानी दिल्ली की यमुना में आ रहा है। आशंका है कि कुछ देर बाद यामुना का जल स्तर 206 मीटर को भी पार कर जाएगा। अगर ऐसा होता है तो यमुना के आसपास के कई निचले इलाके आज पानी में डूब जाएंगे। यमुना के आस पास बने खेत और झुग्गी-झोपड़ी तो दो दिन पहले ही पानी में समा गई थीं और अब आस पास बने वो मकान भी डूबते जा रहे हैं जो निचले इलाकों में बने हैं।
बार बार अलर्ट के बावजूद इन लोगों ने घर खाली नहीं किया था। अब जब पानी घर के अंदर तक घुस गया है तो अब ये लोग सरकार की तरफ से लगाए गए राहत टेंट की तरफ जा रहे हैं। हालांकि इससे पहले यमुना के आस पास खतरे वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया जा चुका है। एक अधिकारी ने बताया कि नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण कम से कम 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लगाए गए तंबुओं में पुहंचाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण नदी के जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए लोहा पुल को वाहनों के यातायात के लिए कल बंद कर दिया गया था। कल यमुना का लेवल 205.76 था जो देर रात तक और बढ़ गया है। अशंका है कि आज यमुना का लेवल 206 को क्रॉस कर जाएगा और अगर ऐसा होता है तो दिल्ली के कई इलाकों में आज युमना का पानी सैलाब बन कर कह ढा सकता है।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने आज आप सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए पहले से कोई योजना नहीं बनाई गई और वे लोग यहां की असंवेदनशील सरकार की दया पर निर्भर हैं।
शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के चुनावी वादे को पूरा नहीं करने के लिए भी उन्होंने आप को आड़े हाथों लिया। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उप राज्यपाल अनिल बैजल द्वारा गठित एक पैनल की रिपोर्ट को फाड़ दिया था। उक्त रिपोर्ट निगरानी कैमरों को लगाने और उन पर नजर रखने से संबंधित थी।