नयी दिल्ली: यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर जाने के बाद हालात का जायजा लेने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज मुख्य सचिव अंशु प्रकाश सहित अपनी सरकार के आला अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। अधिकारियों ने बताया कि आज शाम सात बजे जल स्तर 205.30 मीटर पर पहुंच गया जिसके बाद अधिकारियों ने निचले इलाकों से लोगों को निकालकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू किया। केजरीवाल ने कहा कि सारे विभागों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘हरियाणा ने पांच लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा है। हालात पर चर्चा के लिए आपात बैठक बुलाई। यह पानी कल शाम तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है। प्रशासन जहां से भी लोगों को निकालकर ले जा रहा है, वहां पर उनसे सहयोग करने को कहा जा रहा है। सारे विभाग हाई अलर्ट पर हैं। बाढ़ से जुड़ी किसी भी आपात स्थिति के लिए नियंत्रण कक्ष का नंबर 1077 है।’’
अधिकारियों ने बताया कि हथिनीकुंड बैराज पर यमुना नदी का जल स्तर 90,000 क्यूसेक के खतरे के निशान को पार कर गया और शाम सात बजे तक 5,63,186 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। लगातार हो रही बारिश के कारण नदी का जल स्तर और बढ़ने की आशंका है। एक अधिकारी ने बताया कि पुरानी दिल्ली रेलवे पुल पर यमुना नदी का जल स्तर शाम सात बजे तक बढ़कर 205.30 मीटर हो गया और इसमें और बढ़ोतरी होने की आशंका है।
आज सुबह जारी एक बयान में कहा गया था, ‘‘दिल्ली के पुराना रेलवे पुल पर यमुना नदी का जल स्तर 28 जुलाई की सुबह सात बजे 204.92 मीटर तक पहुंच गया था, जो खतरे के निशान से ऊपर है। जल स्तर में और वृद्धि हो रही है।’’ एक अधिकारी ने बताया कि यमुना नदी के खतरे के निशान को पार करने के बाद कल चेतावनी जारी की गयी थी।
बयान के मुताबिक, ‘‘सभी कार्यपालक इंजीनियरों / क्षेत्र के अधिकारियों को पानी जारी करने, पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर और केंद्रीय जल आयोग / एमईटी के परामर्श या पूर्वानुमान के बाबत नियंत्रण कक्ष से लगातार संपर्क में रहने और उचित उपाय करने का अनुरोध किया गया है ताकि बाढ़ जैसी स्थिति से बचा जा सके।’’
परामर्श में कहा गया, ‘‘केंद्रीय जल आयोग, ऊपरी यमुना संभाग-नई दिल्ली ने दिल्ली रेलवे पुल (उत्तरी दिल्ली) के लिए बाढ़ का पूर्वानुमान जारी किया है। दिल्ली रेलवे पुल पर पानी का स्तर 28 जुलाई को सुबह नौ बजे 205 मीटर था (चेतावनी का स्तर 204.00 मीटर है)।’’ पश्चिमी उत्तर प्रदेश और इसके पड़ोसी इलाकों पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि इससे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश में अगले दो दिनों के दौरान बारिश होगी और कहीं-कहीं पर ‘‘भारी से लेकर बहुत भारी बारिश’’ होने की संभावना है।