नई दिल्ली: पिछले महीने से विषाक्त पदार्थो के कारण दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है। रविवार को सुबह के समय दिल्ली में प्रदूषण का स्तर स्वीकार्य सीमा से 12 से 19 गुना ज्यादा देखा गया। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के आंकड़ों के मुताबिक, प्रमुख प्रदूषक पीएम2.5 या 2.5 मिमी से कम व्यास वाले कण, 10 से 11.30 बजे के बीच विभिन्न स्थानों पर 317 से 492 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के बीच पाए गए। राष्ट्रीय मानकों के अनुसार पाीएम2.5 के लिए स्वीकार्य सीमा 60 और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार 25 है। (थांती अखबार की 75वीं वर्षगांठ में हिस्सा लेने आज चेन्नई जाएंगे पीएम मोदी)
सबसे खराब पीएम2.5 की स्थिति पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार में देखने को मिली जहां 10 से 11.30 बजे के बीच पीएम2.5 का स्तर सबसे ज्यादा 410 से 492 के बीच थी। मध्य दिल्ली के मंदिर मार्ग में पीएम2.5 का पारा की मात्रा 10 बजे 339 पहुंची जबकि पश्चिम दिल्ली के पंजाबी बाग में यह 372 रही और दक्षिण-दक्षिण के आर.के. पुरम में सुबह 9 बजे से 11.30 बजे के बीच स्तर 224 से 317 के बीच रहा। वायु की गुणवत्ता में 1 बजे के बाद से थोड़ा सुधार हुआ लेकिन पीएम2.5 का स्तर सुरक्षित सीमा के मुकाबले चार से सात गुना अधिक रहा। पूरे दिल्ली के17 विभिन्न क्षेत्रों में स्तर 123 से 184 के बीच रहा।
मौसम विश्लेषकों के अनुसार, हवा की गुणवत्ता में अचानक गिरावट, हवा की दिशा में अचानक बदलाव की वजह से हो सकती है क्योंकि पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा के उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने फिर से दिल्ली में प्रवेश करना शुरू कर दिया है। पहले हवाएं दक्षिण-पूर्व से आ रही थी। निजी मौसम विश्लेषक, स्काइमैट के निदेशक महेश पलावत ने बताया, "हवाओं की गति लगभग 10 किमी प्रति घंटे है। हालांकि, इस बार उत्तर-पश्चिमी हवाएं कम हो जाएंगी।" पिछले 24 घंटों में रविवार को न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट देखी गई।