नई दिल्ली. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा चलाया जाने वाला वहां का मीडिया लगातार फर्जी खबरें फैला रहा है। मंगलवार को चीन के प्रोपेगेंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि मॉस्को में भारत और चीन के रक्षामंत्रियों की मुलाकात हो सकती है। ग्लोबल टाइम्स चीन का सरकारी अखबार है और अपनी सरकार का प्रोपेगेंडा चलाता है।
हालांकि चीन के प्रोपेगेंडा अखबार की इस फर्जी खबर की रक्षा मंत्रालय ने कुछ ही मिनटों में हवा निकाल दी। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अपनी चीनी समकक्ष से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं हैं।
आपतको बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की घुसपैठ के बाद भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनो देशों के रिश्तों में कड़वाहट पैदा हो गई है। इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए हैं जबकि चीन के 43 सैनिक मारे गए हैं। हालांकि चीन ने अपने सैनिकों के मारे जाने की बात अभी तक स्वीकार नहीं की है।
रूस में भारत और चीन दोनों के रक्षामंत्री एक साथ मौजूद होंगे और ऐसे में चीनी मीडिया ने दोनों के बीच मुलाकात का दावा किया था, जिसे रक्षा मंत्रालय ने गलत करार दिया।'टकराव वाले स्थानों से हटने पर सहमत हुईं दोनों सेनाएं'
भारत और चीन के शीर्ष सैन्य कमांडरों के बीच सोमवार को हुई बैठक के दौरान दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों से हटने पर सहमत हुई हैं। सैन्य सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सोमवार को भारतीय पक्ष नें 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह की अगुवाई में और चीनी पक्ष ने तिब्बत सैन्य जिला कमांडर मेजर जनरल ल्यू लिन की अगुवाई में करीब 11 घंटे तक बातचीत की। सूत्रों ने बताया कि यह बातचीत, ‘‘सौहार्दपूर्ण, सकारात्मक और रचनात्मक माहौल’’ में हुई और यह निर्णय लिया गया कि दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से हटने के तौर तरीकों को अमल में लाएंगे।