केरन। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के निकट 12,000 फुट से अधिक ऊंचाई पर स्थित एक अहम अग्रिम चौकी का शनिवार को दौरा किया। केरन सेक्टर में बिना उकसावे के पाकिस्तानी सेना द्वारा गोलीबारी की घटनाएं अक्सर होती रहती है। रक्षा मंत्री ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ सुरक्षा हालात की समीक्षा की थी। उन्होंने सशस्त्र बलों से पाकिस्तान के किसी भी ‘‘दुस्साहस’’ का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहा था। इसके एक दिन बाद रक्षा मंत्री ने केरन सेक्टर में अग्रिम चौकी का दौरा किया।
रक्षा मंत्री के साथ प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे नॉर्थ हिल चौकी पहुंचे जहां वरिष्ठ अधिकारियों ने सीमा पर हालात के संबंध में उन्हें जानकारी दी। उनके साथ उत्तरी कमान के वरिष्ठ अधिकारी भी थे। चौकी पहुंचने से पहले सिंह ने अमरनाथ में पवित्र गुफा के दर्शन किये और पूजा अर्चना की। चौकी पर सेना के स्थानीय कमांडर ने सिंह को क्षेत्र की समग्र स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने रक्षा मंत्री को बताया कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों को घुसपैठ कराने संबंधी पाकिस्तानी सेना के मंसूबों को भारतीय सैनिक नाकाम कर रहे है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘रक्षा मंत्री और सेना के शीर्ष अधिकारियों का केरन सेक्टर का दौरा पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश है कि भारत कश्मीर में समस्या खड़ी करने के उसके प्रयासों का समुचित जवाब देगा।’’ सिंह ने चौकी पर लगभग एक घंटा बिताया और इस दौरान वह सैनिकों से रूबरू हुए और उन्होंने प्रतिकूल मौसम और अन्य कठिन परिस्थितियों के बावजूद हर वक्त एलओसी की चौकसी करने के लिए उनकी सराहना की।
राजनाथ सिंह ने सैनिकों से कहा, ‘‘पूरे देश को आप सभी पर गर्व है।’’ क्षेत्र में कोरोना वायरस महामारी के बावजूद पाकिस्तान एलओसी पर बिना उकसावे के गोलीबारी करता रहता है और आतंकवादियों को कश्मीर में घुसपैठ कराने की कोशिशें करता रहता है लेकिन भारतीय सैनिक उनकी इन कोशिशों को नाकाम कर देते है। केरन सेक्टर में संघर्ष विराम के उल्लंघन और सीमा पार से घुसपैठ के प्रयासों की अधिक घटनाएं देखने को मिलती है।
सिंह ने सैनिकों के साथ बातचीत की तस्वीर पोस्ट करते हुए ट्वीट किया,‘‘ जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में एलओसी के निकट एक अग्रिम चौकी का आज दौरा किया और वहां तैनात सैनिकों से बातचीत की।’’ रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘हमें हर हालात में देश की रक्षा करने वाले इन बहादुर और जाबांज सैनिकों पर गर्व है।’’ आधिकारिक आंकड़े के अनुसार इस वर्ष जून तक पाकिस्तानी सेना द्वारा बिना उकसावे के संघर्ष विराम उल्लंघन की 2,432 से अधिक घटनाओं में 14 भारतीयों की मौत हुई है और 88 घायल हुए है। सिंह शुक्रवार अपराह्र कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे थे।