रूस की सफल यात्रा के बाद ईरान पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेहरान में ईरानी रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल अमीर हातमी के साथ बैठक की। बैठक के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह बैठक काफी सफल रही। हमने अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों और द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की। रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बैठक के लिए ब्रिगेडियर जनरल अमीर हातमी ने अनुरोध किया। जिसके बाद यह द्विपक्षीय बैठक हुई।
दोनों मंत्रियों के बीच बैठक सौहार्दपूर्ण और गर्मजोशी के साथ हुई। दोनों नेताओं ने भारत और ईरान के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक, भाषाई और सभ्यतागत संबंधों पर जोर दिया। दोनों रक्षा मंत्रियों ने द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की और अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता सहित क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अचानक ईरान दौरा बड़ी कूटनीति का हिस्सा है। ये दौरा चीन को एक दो नहीं कई मोर्चों पर परेशान कर सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दौरे से भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान गठबंधन पर प्रहार होगा तो चीन के परमाणु प्लान पर भी बहुत बड़ी चोट लगेगी।
परेशान है चीन
अमेरिका के दबाव में दुनिया ईरान से दूरी बना रही है। ऐसे में चीन ने ईरान के साथ एक महाडील की थी। इस डील के मुताबिक चीन बहुत कम दाम में अगले 25 साल तक ईरान से तेल ख़रीदेगा। चीन बैंकिंग, दूरसंचार, बंदरगाह, रेलवे, और ट्रांसपोर्ट जैसी क्षेत्रों में निवेश करेगा। चीन और ईरान के बीच हो रहे समझौते में सैन्य सहयोग भी शामिल है। जिसके तहत चीन ईरान के साथ मिलकर हथियारों का विकास करेगा।