नई दिल्ली: केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ‘ट्रैक्टर परेड’ के दौरान लाल किले में हुई हिंसा की घटना के आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस ने सोमवार रात को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दिल्ली की एक अदालत ने सिद्धू को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 26 जनवरी को दीप सिद्धू लाल किले से निकलने के बाद सीधे सिंघू बॉर्डर गया था, उसके बाद एक फाइव स्टार होटल में रात बिताई थी। होटल में उसने कई लोगों से मुलाकात भी की थी। अब उन लोगों की पहचान की जा रही है जो उस रात सिद्धू से मिलने होटल पहुंचे थे।
घटना के अगले दिन पंजाब भाग गया था सिद्धू
घटना के अगले दिन दीप सिद्धू पंजाब भाग गया, जहां वह अपने समर्थकों और दोस्तों के संपर्क में रहा। अभिनेता होने के कारण पंजाब में दीप सिद्धू के काफी फैंस और जानने वाले हैं इसीलिए उसे शुरुआत में कई जगह शरण मिली। फरारी के दौरान दीप सिद्धू पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के आसपास के ही इलाकों में छिपा रहा। इस दौरान सिद्धू ने कोई मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं किया, जिससे उसे पकड़ना मुश्किल साबित हो रहा था। उसे पता था कि पुलिस उसे ट्रैक करने के लिए टेक्निकल सर्विलांस का इस्तेमाल कर रही है, इसीलिए उसने अपने मोबाइल नंबर बंद रखे थे। सिद्धू जहां रुकता था उसी शख्स का मोबाइल फोन इस्तेमाल करता था।
फरारी के दौरान अपलोड किए थे 5 वीडियो
फरारी के दौरान फेसबुक पर सिद्धू ने जो 5 वीडियो अपलोड किए थे, वे उसने अपने दोस्तों (जिनके यहां रुकता था) के मोबाइल से बनाए थे। वह वीडियो को दोस्तों के ही फोन से कैलिफोर्निया में अपनी महिला दोस्त को भेजता था, जिन्हें वह उसके फेसबुक अकाउंट पर अपलोड करती थी। लेकिन दीप सिद्धू पर मुकदमा दर्ज होते ही और इसके बाद 1 लाख रुपये का इनाम घोषित होते ही उसके कई करीबियों ने पल्ला झाड़ लिया। दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए 5-6 राज्यों में टीमें भेजी थीं। पिछले 2 हफ्तों से कई टीमों ने पंजाब के अलग-अलग शहरों में कैम्प किया हुआ था, लेकिन पंजाब पुलिस का सपोर्ट ना मिलने के चलते कई बार लोकेशन ट्रेस हो जाने के बावजूद वह हाथ से निकल गया।
झारखंड की रहने वाली है सिद्धू की पत्नी
दीप सिद्धू की पत्नी झारखंड की मूल निवासी हैं और वर्तमान में अपने भाई के पास पूर्णिया बिहार में रहती हैं। मुक्तसर का रहने वाला दीप सिद्धू अपनी पत्नी के पास जाना चाहता था लेकिन उसे पुलिस की वहां मौजूदगी के बारे में मीडिया से पता चल गया था, जिसके चलते उसने अपना प्लान बदल लिया था। पिछले 5 दिनों से वह एक ही कपड़ा पहने हुए था और अपने दोस्तों से संपर्क नहीं कर रहा था ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस ना हो। वह किसी तरह एक सहयोगी के संपर्क में आया जिसने उसे हरियाणा के करनाल में मदद की पेशकश की और एक कार की व्यवस्था की। इसकी जानकारी स्पेशल सेल को सर्विलांस से मिली, जिसके बाद देर रात को वह करनाल में पकड़ा गया।