चेन्नई (तमिलनाडु): तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की सीमा को सड़क पर दीवार बनाकर सील करने के फैसले को तमिलनाडु सरकार ने वापस ले लिया है। मीडिया में खबरें दिखाए जाने के बाद वेल्लोर जिलाधीश के आदेश पर दोनों राज्यों की सीमा पर बनाई जा रही दीवार को ढहा दिया गया है।
तमिलनाडु सरकार ने आंध्र प्रदेश से आने वाले वाहनों की आवजाही को रोकने के लिए गुड़ियातम-चित्तूर और पोन्नई-चित्तूर सीमा को सील करते हुए सड़क पर दीवार बनानी शुरू कर दी थी। लेकिन, मीडिया में खबरें प्रसारित होने के बाद तमिलनाडु सरकार की आलोचना होने लगी, जिसके चलते ये फैसला वापस ले लिया गया और अब तक बनी दीवार को ढहा दिया गया।
इससे पहले दीवारों के निर्माण के पीछे के कारण के बारे में पूछे जाने पर वेल्लोर के जिला कलक्टर ए एस सुंदरम ने कहा कि यह मुख्य रूप से प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों के अनधिकृत प्रवेश की जांच के लिए है जो बिना किसी वैध अनुमति के तमिलनाडु में प्रवेश करने के लिए बसों एवं अन्य वाहनों का उपयोग करते हैं।
उन्होंने बताया था कि कुछ लोगों को वाहन मिल जा रहे हैं और वे उनका इस्तेमाल कर सिनागुंडा जैसे दुर्गम स्थानों की क्रॉसिंग पार करते हुए तमिलनाडु में घुस रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रयास का उद्देश्य अनधिकृत प्रवेश या निकास को रोकना था।