नई दिल्ली: देश की राजधानी में पिछले सप्ताह हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरु तेगबहादुर हॉस्पिटल में ही मृतकों का आंकड़ा 38 तक पहुंच गया है। इसके अलावा राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में 4, लोक नायक हॉस्पिटल में 3 और जग प्रवेश चंद्र हॉस्पिटल में एक शख्स के मौत की पुष्टि हुई है। इस हिंसा में 200 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं जिनमें से कई विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।
उत्तर पूर्व दिल्ली में भड़के सांप्रदायिक दंगों के करीब एक हफ्ते बाद स्थिति शांत पर तनावपूर्ण बनी हुई है। इन इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती जारी है। पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और इसकी सूचना प्रशासन को देने का आह्वान किया है। पश्चिमी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रविवार को उस समय अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया जब हिंसा की झूठी खबर फैली। हालांकि, पुलिस ने तुरंत इसका खंडन किया और लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांद बाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार और मुस्तफाबाद इलाके में हुई हिंसा में कम से कम 46 लोगों की मौत हुई है और करीब 200 लोग घायल हुए हैं। हिंसा में संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। हिंसक भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों और पेट्रोल पम्प में आग लगा दी थी और स्थानीय लोगों और पुलिस कर्मियों पर पथराव किया था। पुलिस ने बताया कि वह हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च कर रही है और स्थिति नियंत्रण में है।