सूरत: गुजरात के सूरत वाणिज्यिक परिसर में शुक्रवार दोपहर आग लगने की घटना में मरने वाले छात्रों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। शुक्रवार शाम तक खबर थी कि घटना में एक ‘कोचिंग क्लास’ के करीब 20 छात्रों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। लेकिन समय के साथ मरने वालों की सख्या बढ़कर 22 हो गई है। पुलिस ने कोचिंग सेंटर के संचालक को गिरप्तार कर लिया है। टीवी चैनलों पर दिखाईं जा रही वीडियो में सरथना इलाके के तक्षशिला परिसर में लगी आग का भयानक मंजर दिखाई दिया, जहां छात्र आग से बचने के लिए खिड़कियों से कूदते नजर आए।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शुक्रवार की रात हादसे में घायल छात्रों से अस्पताल जाकर मुलाकात की और डॉक्टरों तथा प्रशासनिक अधिकारियों को भी ज़रूरी निर्देश दिया। उन्होंने ट्वीक कर कहा कि "सूरत में हुए फायर ट्रेजेडी से घायल लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी ली । साथ ही डॉक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों को भी ज़रूरी निर्देश दिया । घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।" उन्होंने मृतकों के परिजनों को चार चार लाख रूपए की वित्तीय सहायता मुहैया कराने का ऐलान भी किया है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सूरत के सरथाना में चार मंजिला वाणिज्यिक इमारत में आग लगने की घटना के बाद स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग सेंटर में आग से सुरक्षा को लेकर ऑडिट कराने का आदेश दिया है। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद रूपाणी ने कहा कि ऑडिट में पता लगाया जाएगा कि राज्य में शैक्षणिक संस्थानों में आग की घटना से बचाव के लिए समुचित उपकरण और सुविधाएं हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य शहरों और नगरों में अस्पताल, मॉल और दूसरी वाणिज्यिक इमारतों को भी ऑडिट में शामिल किया जाएगा।
सूरत पुलिस कमिश्नर ने आदेश जारी किए हैं कि सूरत के सभी कोचिंग क्लासेस (कोचिंग सेंटर्स) की जांच होने तक वह बंद रहेंगे। आदे में कहा गया है कि जांच में ये देखा जाएगा कि कि कोचिंग सेंटर्स में फायर सेफ्टी उपलब्ध है या नही। इस जांच में एनओसी मिलने के बाद ही कोचिंग सेंटर्स को शुरू किया जा सकता है। बता दें कि सूरत क्राइम ब्रांच के एसीपी को घटना की जांच सौंपी गई है।
बता दें कि पीएम मोदी ने भी इस मामले में गहरा दुख जताते हुए राज्य सरकार और प्रशासन को जरूरी काम करने के आदेश दिए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत में भयंकर अग्निकांड पर शुक्रवार को गहरा दुख प्रकट किया और गुजरात सरकार एवं स्थानीय प्रशासन को प्रभावित लोगों को सभी संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ सूरत के अग्निकांड से बहुत दुख हुआ। मेरी संवदेना शोक संतप्त परिवारों के साथ है। कामना करता हूं कि घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हो। (मैंने) गुजरात सरकार और स्थानीय प्रशासन से प्रभावितों को सभी संभव सहायता देने को कहा है।’’