गुवाहाटी: पूर्वोत्तर में असम को छोड़कर बाढ़ की स्थिति में आज सुधार हुआ। असम में छह और लोगों की मौत के साथ क्षेत्र में बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की एक रिपोर्ट के अनुसार , बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित करीमगंज जिले में चार लोगों की जान चली गई जबकि काछाड़ जिले में कल से लेकर अब तक दो लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में मृतकों की संख्या 20 पर पहुंच गई। नागांव , होजे , काछाड़ , करीमगंज और हैलाकंदी जिलों में बाढ़ से 5.64 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। (जम्मू-कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूटा, राज्यपाल शासन लगाने की सिफारिश, गवर्नर ने केंद्र को भेजी चिट्ठी)
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक पिछले 24 घंटे में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से चार लोगों की मौत हो गयी। एएसडीएमए ने बताया कि असम के होजाई, कर्बी आंगलांग पूर्व, कर्बी आंगलांग पश्चिम, गोलाघाट, करीमगंज, हैलाकांडी और कछार जिले में बाढ़ से 4.25 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा करीमगंज प्रभावित हुआ है। यहां 1.95 लाख से ज्यादा लोगों को बाढ़ की त्रासदी का सामना करना पड़ा है।
हैलाकांडी में तकरीबन 1.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। एएसडीएमए ने बताया कि 716 गांव बाढ़ की चपेट में है और 3,292 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गयी है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रणव ज्योति शर्मा ने बताया कि बंदरखल दमचारा स्टेशन के बीच भूस्खलन के कारण लुमडिंग-बदरपुर खंड पर ट्रेन सेवा ठप है।