नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोविड-19 से मृत्युदर तेजी से घट रही है और इस समय यह 2.18 प्रतिशत के स्तर पर है जो दुनियाभर में सबसे कम मृत्युदर में शामिल है। वहीं महज 0.28 फीसद रोगी वेंटिलेटर पर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश में इस समय उपचार करा रहे कुल 5,45,318 कोविड-19 रोगियों में से 1.61 प्रतिशत को आईसीयू में देखभाल की जरूरत है, वहीं केवल 2.32 फीसद को ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है।
कोविड-19 पर मंत्रिसमूह (जीओएम) की 19वीं बैठक की शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस से अध्यक्षता करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि भारत ने 10 लाख से अधिक संक्रमितों के स्वस्थ होने के महत्वपूर्ण पड़ाव को हासिल कर लिया है और इस समय देश में रोगियों के स्वस्थ होने की दर 64.54 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में उनके हवाले से कहा गया, ‘‘यह दर्शाता है कि देश में केवल 33.27 प्रतिशत मरीज या कुल संक्रमितों के करीब एक तिहाई लोग ही चिकित्सकीय निगरानी में हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों में मृत्युदर तेजी से कम हो रही है और इस समय यह 2.18 प्रतिशत है जो दुनियाभर में सबसे कम मृत्युदर में शामिल है।’’ बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी, जहाजरानी मंत्री मनसुख लाल मांडविया, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी शामिल हुए। महामारी की गंभीरता के संबंध में हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘कुल मामलों में, केवल 0.28 प्रतिशत रोगी वेंटिलेटर पर हैं, 1.61 प्रतिशत रोगियों को आईसीयू की जरूरत है और 2.32 प्रतिशत ऑक्सीजन पर हैं।’’
देश में जांच क्षमता के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 24 घंटे की अवधि में देश की 1331 सरकारी और निजी प्रयोगशालाओं में 6,42,588 नमूनों की जांच की गयी और अब तक देश में कुल 1.88 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है। जीओएम को भारत में कोविड-19 के मौजूदा स्तर के बारे में बताया गया। बैठक में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ सुजीत कुमार सिंह ने कोविड-19 के रोजाना सामने आने वाले संक्रमण के मामलों, मौत के मामलों और सर्वाधिक मामले वाले 10 देशों में मामलों की तुलना पर प्रस्तुतिकरण दिया।