भोपाल: मध्य प्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की निलंबित दलिता महिला अधिकारी डॉ. शशि कर्णावत ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर भोपाल प्रवास के दौरान अपने आवास पर भोजन के लिए आमंत्रित किया है। डॉ. कर्णावत ने बताया, "वर्तमान सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई मंत्री और अफसर मुझे बेवजह परेशान करने पर आमादा हैं। मुझ पर कोई आरोप प्रमाणित नहीं हुए हैं, कुछ लोग साजिश रचकर मुझे परेशान कर रहे हैं। मुझे हर बार सिर्फ आश्वासन मिलता है और फिर निलंबन की अवधि बढ़ा दी जाती है।"
डॉ. कर्णावत ने बताया, "सरकार मेरे साथ निलंबन की अवधि में जीवन निर्वहन भत्ता देने के मामले में भी भेदभाव कर रही है। पहले सिर्फ 50 फीसदी ही दिया जा रहा था, जब मैंने विरोध किया तब कहीं जाकर उसे बढ़ाकर 75 फीसदी किया गया।"
डॉ. कर्णावत ने आगे कहा, "अमित शाह वह व्यक्ति हैं, जो खुद कांग्रेस काल में षड्यंत्र का शिकार हुए, जेल जाना पड़ा। वह इस बात को ज्यादा बेहतर तरीके से जानते हैं कि षड्यंत्र रचकर किस तरह फंसाया जाता है। मेरे साथ भी वही हो रहा है। इसलिए मैंने उन्हें पत्र लिखा है और संघ परिवार की सदस्य होने के नाते अपने घर पर भोज के लिए आमंत्रित किया है।"
डॉ. कर्णावत बुंदेलखंड के देवरी की निवासी हैं। उनके नाना-ताऊ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं। उनके परिवार का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी करीबी नाता रहा है। उनके ताऊ डॉ. मगन लाल करण ने देवरी में संघ की शाखा की शुरुआत की थी। उनका कहना है कि उनके पैतृक निवास देवरी में पूर्व सर संघचालक के. सी. सुदर्शन से लेकर कई पदाधिकारी न केवल आए, बल्कि कई दिनों तक ठहरे भी। लिहाजा वह चाहती हैं कि अमित शाह भी अपने भोपाल प्रवास के दौरान 'एक दलित, प्रताड़ित महिला' के निवास पर आकर भोजन करें।
डॉ. कर्णावत ने बताया कि उन्होंने अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य की हकीकत का ब्यौरा देने के साथ भोजन का निमंत्रण भी भेजा है। उन्हें उम्मीद है कि शाह उनके आग्रह को अवश्य स्वीकारेंगे। शाह 18 से 20 अगस्त तक भोपाल प्रवास पर रहने वाले हैं।