जींद: जींद लघु सचिवालय के बाहर पिछले 100 दिनों से धरना दे रहे दलित समुदाय के लोगों ने आज धमकी दी कि अगर एक सप्ताह में उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे दिल्ली जाकर धर्म परिवर्तन कर लेंगे। जींद लघु सचिवालय के बाहर धरना स्थल पर दलितों ने रविवार को एक बड़ी जनसभा की जिसमें बड़ी संख्या लोगों ने हिस्सा लिया। इस जनसभा को संबोधित करते हुए दलित ज्वाइंट एक्शन कमेटी के सदस्य एडवोकेट रजत कल्सन ने कहा कि सरकार उनकी अनदेखी कर रही है और दलितों को अपनी जायज़ मांगों के लिए सौ दिन तक धरने पर बैठना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि ये मांगें पूरी करना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। इसके बावजूद सरकार दलितों के प्रति अपनी संकीर्ण मानसिकता के चलते उनकी जायज मांगों को पूरा नहीं कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर सरकार ने अगले रविवार तक मांगें पूरी नहीं कीं तो दलित समाज दिल्ली जाकर धर्म परिवर्तन करेगा।’’ धरने को संबोधित करते हुए 20 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे दिनेश खापड़ ने कहा कि यह सरकार दलित विरोधी है तथा इसी दलित विरोधी मानसिकता के चलते दलितों की जायज नैतिक मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर अगले रविवार तक मांगें पूरी नहीं होती हैं तो दलित समाज दिल्ली के लिए अगले रविवार से कूच करेगा तथा कूच के दौरान हरियाणा में भारत सरकार की दलित विरोधी विरोधी मानसिकता के बारे में जगह-जगह प्रचार करेगा। इस मार्च में शामिल लोग बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सरकार विरोधी नारे लगाते हुए धरना स्थल पर वापस आ गए। जुलूस के दौरान पुख्ता पुलिस के इंतजाम किए गए थे। इस दौरान धरने पर बड़ी संख्या में महिलाओं की भी उपस्थिति रही।