नई दिल्ली: महाराष्ट्र और गोवा के तटीय इलाकों में अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान क्यार को मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया गया है। एक दिन पहले ही रत्नागिरी तट से ये तूफान टकराया था। केरल और कर्नाटक में इस तूफान ने जमकर तबाही मचाई थी। खतरे को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में जाने से मना कर दिया गया है। क्यार तूफान में 110 किमी की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है। मतलब इस तूफान के रास्ते में जो आएगा वो बर्बाद हो जाएगा।
इस तूफान के कारण महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के चलते पालघर जिला कलेक्टर कैलाश शिंदे ने मछुआरों को समुद्र तट पर नहीं जाने की चेतवानी दी है।
जिला मत्स्य अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि 1411 नौकाएं समुद्र में गई थीं, जिनमें से 1,378 वापस लौट आईँ जबकि शेष 33 नौकाओं को सुरक्षित समुद्र किनारे लाने के प्रयास जारी हैं। इससे एक दिन पहले मौसम विभाग के मुंबई केन्द्र ने कहा कि अरब सागर में गहरे विक्षोभ के चलते चक्रवाती तूफान क्यार तेज हो गया है।
मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि चक्रवात क्यार के चलते तेज हवाएं भी चलेंगी, जिसकी रफ्तार 85 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। शनिवार तक इसकी रफ्तार 110 किलीमीटर प्रति घंटा हो जा सकती है।