पिछले महीने भयंकर बारिश और बाढ़ से उबरने के बाद केरल के तट पर एक और आपदा खड़ी हो गई है। भारतीय मौसम विभाग केरल और दक्षिण तमिलनाडु के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पूर्व अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके चलते यहां तेज तूफान के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। इस चेतावनी के बाद भारतीय तट रक्षक दल हाई अलर्ट पर हैं। समुद्र में मछली पकड़ने के लिए गए मछुआरों को भी तटों पर वापस आने के लिए कह दिया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार कम दबाव का क्षेत्र अगले कुछ ही घंटों में चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। मौसम विभाग को इस चक्रवात के उत्तर पश्चिम की ओर दक्षिण ओमान तथा यमन के तटों की ओर बढ़ने की संभावना है। क्षेत्रीय मौसम विभाग के उपमहानिदेशक एस बालचंद्रन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह के उत्तर और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। ऐसी संभावना है कि यह दबाव क्षेत्र और मजबूत होगा और अगले 72 घंटों में ओडिशा तट की ओर बढ़ेगा।''
कम दबाव की वजह से तमिलनाडु के अधिकतर स्थानों पर पिछले 24 घंटों में हल्की बारिश हुई। वहीं, पुडुकोट्टई जिले के तटीय गांव मिमिसल में 13 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अरब सागर में बने दबाव के क्षेत्र की वजह से केरल में भारी बारिश होने की आशंका है। वहीं, ऐसी आशंका जताई गई है कि यह दबाव क्षेत्र अगले दो दिन में मजबूत होकर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। विभाग की विज्ञप्ति के मुताबिक अगले 48 घंटे में केरल के दूरदराज इलाकों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
चक्रवात की चेतावनी को देखते हुए केरल सरकार भी तैयारियों में जुट गई है। भारतीय तटरक्षक दल ने कोच्चि में आपदा राहत दल का गठन कर लिया है। इसके साथ ही लाइफ बोट्स को भी तैनात कर दिया गया है।