नई दिल्ली. गृहमंत्री अमित शाह ने चक्रवात 'यास' को लेकर उड़ीसा, बंगाल, आंध्र के सीएम और अंडमान के LG के बैठक की। इस दौरान उन्होंने स्थितियों का जायजा लिया और कहा कि हॉस्पिटल को पावर बैक आप सुनिश्चित करें। ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की सेफ्टी सुनिश्चित करें, ऐसे राज्यों में तकरीबन 24/25 ऑक्सीजन प्लांट हैं।
उन्होंने कहा कि बिजली, पानी, संचार आदि व्यवस्था की तूफान के बाद जल्द से जल्द रिकार्ड टाइम में पुनर्बहाली हो। अमित शाह ने कहा कि तूफान के बाद बचाव और राहत का काम जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। उन्होंने राज्यों को मौसम विभाग के साथ समन्वय बनाए रखने के लिए भी कहा। उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन, वेंटीलेटर के स्टॉक बनाकर रखने को भी कहा और कहा कि केंद्रीय सहयोग की जो भी जरूरत हो राज्य इस बारे में जरूर बताएं।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव चक्रवात ‘यास’ में तब्दील
बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव सोमवार तड़के चक्रवात ‘यास’ में तब्दील हो गया और इसके अगले 24 घंटे में तेज होकर भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात के 26 मई को ‘‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’’ के रूप में दोपहर के आस-पास पारादीप और सागर द्वीप के बीच उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने का अनुमान है। इस दौरान, 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे से चल रही हवाओं के 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने का अनुमान है।आईएमडी के च्रकवात चेतावनी संभाग ने कहा, ‘‘चक्रवात के उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर धीरे-धीरे बढ़ने का अनुमान है, जो अगले 24 घंटों के दौरान भीषण चक्रवाती तूफान में और उसके बाद 24 घंटों के दौरान एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।’’
पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार चक्रवात के प्रभाव से निपटने की तैयारी में जुटे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘यास’ से निपटने के लिए रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में राज्यों एवं केन्द्र सरकार की एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की थी और समुद्री गतिविधियों में शामिल लोगों को समय से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए थे।
सशस्त्र बल भी सतर्क पर हैं, नौसेना ने चार युद्धपोतों और कई विमानों को भी तैयार रखा है। अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना ने मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों को अंजाम देने के लिए 11 परिवहन विमान और 25 हेलीकॉप्टर तैयार रखे हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के प्रमुख एसएन प्रधान ने दोनों राज्यों के अधिकारियों से आसन्न प्राकृतिक आपदा के लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा।