नयी दिल्ली: चक्रवात ‘वायु’ के गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ की ओर बढ़ने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोगों को सुरक्षित रहने के लिए स्थानीय एजेंसियों द्वारा मुहैया कराई जा रही जानकारी का अनुसरण करते रहने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा है, ‘‘चक्रवात वायु से प्रभावित होने वाले सभी लोगों की सुरक्षा और हित के लिए प्रार्थना करता हूं। सरकार और स्थानीय एजेंसी जानकारी मुहैया करा रही हैं, जिसका मैं प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से अनुसरण करने का अनुरोध करता हूं।’’
आईएमडी ने बताया, ‘‘चक्रवात वायु बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। इसके कारण बृहस्पतिवार सुबह में 145 से 170 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी।’’ आईएएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी तट पर रह रहे लोगों को एहतियातन वहां से निकालने के लिए भारतीय वायु सेना की मदद से एनडीआरएफ की टीमें गुजरात पहुंचने लगी है। आईएमडी ने बताया कि चक्रवात के कारण अरब सागर में लहरें उठ रही हैं और ये तटीय इलाकों की ओर बढ़ रही हैं।
चक्रवात ‘वायु’ के गुजरात की ओर बढ़ने के मद्देनजर राज्य सरकार ने सौराष्ट्र और कच्छ के निचले इलाकों से करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है। यह जानकारी अधिकारियों ने बुधवार को दी। मौसम विभाग ने एक बयान जारी करके बताया कि यह वेरावल के निकट तट पर 13 जून की सुबह बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान के तौर पर पहुंचेगा और इस दौरान 145 से 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी।
राज्य सरकार ने बताया कि चक्रवात से कच्छ, मोरबी, जामनगर, जूनागढ़, देवभूमि-द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और गिर-सोमनाथ जिले प्रभावित हो सकते हैं। उसने बताया कि इन 10 जिलों के निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार को लोगों से अपील की थी कि वे इस बचाव अभियान में सहयोग करें ताकि चक्रवात के कारण जान का नुकसान नहीं हो।