नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान “वायु” गुजरात में समंदर के तट से आज दोपहर को टकराने वाला है। हवाएं तेज़ चलने लगी हैं, समंदर में लहरें उठने लगी हैं। पूरा गुजरात चक्रवाती तूफान “वायु” की दहशत में है। वहीं, तूफान से निपटने के लिए मोदी सरकार हाईअलर्ट पर है। पिछले 20 साल के सबसे बड़े तूफान से निपटने के लिए गुजरात में NDRF की 52 टीमें तैनात हैं तो वहीं तीनों सेनाओं की टुकड़ियां भी अलर्ट पर हैं। ऐसे में लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए गए हैं।
लोगों की मदद के लिए सहायता नंबर जारी किए गए हैं:-
जिला | कंट्रोल रूम (सहायता नंबर) |
द्वारका | 02833 - 232125 |
जामनगर | 0288 - 2553404 |
पोरबंदर | 0286 - 2220800 |
दाहोद | 02673 - 239277 |
नवसारी | +91 2637 259 401 |
पंचमहल | +91 2672 242 536 |
छोटा उदयपुर | +91 2669 233 021 |
कच्छ | 02832 - 250080 |
राजकोट | 0281 - 2471573 |
अरावली | +91 2774 250 221 |
चक्रवात में क्या करें और क्या न करें?
- अगर किसी बाहरी की मदद नहीं पहुंचती है तो अपने घर के सबसे मजबूत हिस्से में जाकर छिप जाएं।
- छिपते समय हवा का भी ध्यान रखें, कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन आती रहे।
- खाने की ऐसी चीजें अपने पास रखें, जो जल्दी खराब नहीं होतीं। क्योंकि, हालात सामन्य होने तक उसी के काम चलाना होगा।
- अपने पास बैटरी रखें। क्योंकि, तेज हवा और बारिश (बारिश की संभावना होती है) के कारण बिजली चली जाती है।
- घर के दरबाजे और खिड़कियां बंद कर लें।
- तेज बारिश की वजह से घर के अंदर पानी भर सकता है। ऐसे में अपने छिपने वाले जगह से बाहर निकलने के बारे में भी पहले से ही सोचकर रखें।
- बाहर के हालातों की खबर रखने के लिए रेडियो जरूर रखें। क्योंकि, बिना बिजली टीवी, मोबाइल, इंटरनेट के लिए रेडियो के जरिए ही आप हालातों की जानकारी हासिल कर पाएंगे।
- मोबाइल की बैटरी सेव करें। ताकि नेटवर्क मिलते ही आप लोगों से संपर्क बना सके।
- गैस सप्लाई और बिजली के उपकरण बंद कर लें।
गुजरात की स्थिति?
गुजरात के 10 जिलों पर तूफान का सबसे ज्यादा खतरा है। इससे कच्छ, मोरबी, जामनगर, जूनागढ़, देवभूमि-द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और गिर-सोमनाथ जिले प्रभावित हो सकते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक समुद्र तट से करीब 10 किलोमीटर के इलाके में तूफान का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। वहीं, एहतियात के तौर पर सोमनाथ मंदिर में होने वाली आरती रद्द कर दी गई है। इसके अलावा 13 और 14 जून को स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि चक्रवात वायु से उत्पन्न खतरे को देखते हुए निचले इलाकों से करीब 3.10 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है और राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 52 टीमों को तैनात कर दिया गया है। शाह ने बताया कि तटरक्षक बल, नौसेना, सेना और वायु सेना की इकाइयों को तैयार रखा गया है और विमानों एवं हेलीकॉप्टरों की मदद से हवाई निगरानी की जा रही है।