चेन्नई: पिछले 40 साल में ‘ओखी’ पहला ऐसा चक्रवाती तूफान है जिसने बंगाल की खाड़ी से लेकर गुजरात तट तक करीब 2,400 किलोमीटर का सफर तय किया है । मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी।पिछले साल 29 नवंबर को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव के क्षेत्र के तौर पर निर्मित ‘ओखी’ ने 30 नवंबर को तमिलनाडु में कन्याकुमारी तट के पास चक्रवात के तौर तीव्रता हासिल कर ली और छह दिसंबर को कम दबाव के क्षेत्र में कमजोर पड़ने के बाद यह गुजरात तट तक पहुंचा।
मौसम विभाग के क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक एस बालाचंद्रन ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘तीन दशकों से ज्यादा समय में यह पहला गंभीर चक्रवाती तूफान है जिसने 2,000 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय किया है । यह बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना, अरब सागर में उभरा और गुजरात तट तक का सफर तय किया।’’बालाचंद्रन ने कहा कि ‘ओखी’ जितनी या उससे ज्यादा सफर तय करने वाला तूफान करीब 100 साल पहले आया था। उन्होंने कहा कि दिसंबर 1922 में बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात पैदा हुआ जिसने यमन तट तक करीब 4,000 किलोमीटर की दूरी तय की।
उन्होंने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर नवंबर 1966, नवंबर 1977 और नवंबर 1978 में पैदा हुए चक्रवात अरब सागर में उभरे और 3,000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय की।बहरहाल, इन चक्रवातों ने अरब सागर में उभरने से पहले तमिलनाडु से गुजरने के दौरान कन्याकुमारी को प्रभावित नहीं किया। उन्होंने कहा कि ‘ओखी’ इस मायने में भी महत्वपूर्ण था कि इसके कारण तमिलनाडु के तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी में भारी बारिश हुई। पूर्वोत्तर मानसून के मौसम के दौरान तिरुनेलवेली में 42 फीसदी और कन्याकुमारी में 23 फीसदी ज्यादा बारिश हुई।चक्रवात के निर्माण से लेकर इसके खत्म होने तक इसकी तीव्रता और अन्य भौतिक मानकों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस पर जल्द ही रिपोर्ट आने की संभावना है ।