मुंबई: कोरोना के सबसे ज्यादा मरीजों का संकट झेल रही मुंबई के सामने 100 साल में सबसे भयानक तूफान का खतरा मंडरा रहा है। इस खतरे को देखते हुए प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को फोन कर राहत और बचाव कार्यों के साथ पूरी तैयारी का जायजा लिया। अगले 12 घंटे में अरब सागर से उठा ये सुपर साइक्लोन पश्चिमी तट से टकराने वाला है। इसकी वजह से पूरे इलाके में तेज हवाएं और भारी बारिश अभी से शुरू हो चुकी है। बुधवार को कई इलाकों में भीषण बारिश का अनुमान है। एनडीआरएफ, नेवी समेत तमाम रेस्क्यू एजेंसियां मुस्तैद हैं। इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि निसर्ग विकराल रूप ले सकता है। रेड अलर्ट जारी किया गया है।
चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के खतरे के मद्देनजर मुंबई में समुद्र तट के किनारे लोगों के आवागमन पर आज मध्य रात्रि से बृहस्पतिवार दोपहर तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। मुंबई पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत एक आदेश जारी किया गया है। शहर की पुलिस ने एक बयान में कहा गया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी के अनुसार, शहर के चक्रवात से बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है और मानव जीवन, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।
बयान में कहा गया, ‘‘इस आदेश के साथ मुंबई पुलिस ने समुद्र तटों के पास स्थित सार्वजनिक स्थानों, सैरगाह, पार्कों और तटों के किनारे स्थित अन्य स्थानों पर एक या एक से अधिक व्यक्तियों की उपस्थिति या आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। पुलिस ने बयान में कहा कि इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (एक लोक सेवक द्वारा विधिपूर्वक घोषित आदेश की अवहेलना) के तहत कार्रवाई हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार दोपहर बाद महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में चक्रवाती तूफान के आने की आशंका है।