नयी दिल्ली: ओडिशा के तट पर आए प्रचंड चक्रवाती तूफान फनि से मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हुआ कोणार्क सूर्य मंदिर अगले तीन दिनों में जनता के लिए खुलेगा। संस्कृति मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों की एक टीम ने महानिदेशक ऊषा शर्मा के नेतृत्व में मंदिर का निरीक्षण किया और पाया कि इमारत को कोई संरचनात्मक क्षति नहीं पहुंची है।
बयान में कहा गया है, ‘‘टीम ने सूचित किया कि ऊपरी भाग में एक मचान में रासायनिक सफाई होनी थी वह विस्थापित हो गई है जिसे ठीक किया जा रहा है। 200 से ज्यादा पेड़ उखड़ गए जिन्हें साफ किया जा रहा है। इंटरनेट सुविधा समेत बिजली और रोशनी की प्रणाली प्रभावित हुई है, जिसे बहाल करने में कुछ समय लगेगा।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘अगले दो से तीन दिनों में मंदिर जनता के लिए खुलेगा। पूर्वी हिस्से की रासायनिक सफाई और दृढ़ीकरण प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। एक पखवाड़े के भीतर इमारत को सामान्य रूप से बहाल कर लिया जाएगा।’’ कोणार्क सूर्य मंदिर ओडिशा के तट पर पुरी से करीब 35 किलोमीटर उत्तरपूर्व में कोणार्क में 13वीं सदी का ऐतिहासिक धरोहर है। टीम अभी श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर में नुकसान का आकलन कर रही है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने इन विश्व धरोहरों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एएसआई से मदद मांगी थी। टीम यह भी सुझाव देगी कि इन इमारतों और उसके आसपास के इलाकों में मरम्मत के काम की जरुरत है या नहीं।’’