भुवनेश्वर: ओडिशा में दो दिन पहले आए अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान फनि में मरने वालों की संख्या रविवार को 34 पहुंच गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस तूफान के चलते बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई है और सैकड़ों लोगों को पानी एवं बिजली के अभाव से गुजरना पड़ रहा है। अधिकारी ने कहा कि चक्रवात से प्रभावित लोगों की संख्या भी कम से कम 11 जिलों के 14,835 गांवों में लगभग 1.08 करोड़ हो गई है। उन्होंने कहा कि आपदा से 24 घंटे पहले 13.41 लाख से अधिक लोगों को निकाला गया था।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आपदा से प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करते हुए कहा कि पुरी एवं “बेहद गंभीर रूप से प्रभावित” खुर्दा के कुछ हिस्सों में सभी परिवारों को 50 किलोग्राम चावल, 2,000 रुपये नकद और पॉलीथीन शीट मिलेंगी अगर वे खाद्य सुरक्षा कानून (एफएसए) के तहत आते होंगे। खुर्दा जिले के शेष हिस्सों के लिए जो “गंभीर रूप” से प्रभावित हुए - एफएसए परिवारों को एक महीने का चावल, 1,000 रुपये नकद एवं पॉलीथीन शीट मिलेगी। पटनायक ने कहा कि कटक, केंद्रपाड़ा एवं जगतसिंहपुर के “मध्यम रूप से प्रभावित” जिलों के लोगों को एक महीने का चावल का कोटा और 500 रुपये नकद दिया जाएगा।
साथ ही मुख्यमंत्री ने “पूर्ण क्षतिग्रस्त” घरों के लिए 95,1000 रुपये की मदद, “आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त” घरों के लिए 52,000 रुपये और हल्का-फुल्का नुकसान झेलने वाले घरों के लिए 3,200 रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा भी की। यहां संवाददाताओं से बात करते हुए पटनायक ने दावा किया कि सबसे अधिक प्रभावित पुरी नगर के 70 प्रतिशत इलाकों और राजधानी भुवनेश्वर के 40 प्रतिशत स्थानों में जल आपूर्ति बहाल हो गई है। बीजद प्रमुख ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि भुवनेश्वर में जल्द ही और पुरी नगर के कम से कम 90 प्रतिशत इलाकों में आज शाम तक पानी की आपूर्ति पूर्णत: बहाल कर ली जाएगी।”
उन्होंने कहा, “सरकार ने अगले 15 दिनों के लिए बना हुआ खाना नि:शुल्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। हम मिशन स्तर पर पौधा रोपण कार्यक्रम चलाएंगे। हालांकि मुख्यमंत्री ने प्रभावित इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए जारी कार्य की स्थिति पर कोई ब्यौरा नहीं दिया। राज्य के मुख्य सचिव ए पी पाढ़ी के मुताबिक 34 में से 21 मौतें पुरी में हुईं जहां तूफान शुक्रवार को पहुंचा था। राज्य सरकार के अधिकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति का जायजा लेने के लिए ओडिशा का दौरा कर सकते हैं। पूर्व तटीय रेलवे ने हावड़ा-चेन्नई मार्ग पर रविवार को आंशिक रूप से परिचालन शुरू कर दिया। चक्रवात के कारण पूरे तटीय ओडिशा के 11 जिले बालेश्वर, भद्रक, कटक, ढेंकानाल, गंजाम, जगतसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, मयूरभंज और पुरी प्रभावित हुए।