शुक्रवार सुबह ओडिशा के तट से टकराने के बाद चक्रवाती तूफान फनि आज पश्चिम बंगाल से होकर गुजरा। सुबह तूफान खरगपुर को पार कर दीघा पहुंंचा। हालांकि तूफान के कमजोर पड़ने के चलते पश्चिम बंगाल में इसका कोई खास असर नहीं देखा गया। चक्रवाती तूफान अब पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश की ओर बढ़ रहा है।
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क्षेत्रीय मौसम केंद्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शहर में रात में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और मध्यम से भारी बारिश हुई। अधिकारी ने बताया कि चक्रवात जिन जिलों से गुजरा, वहां किसी के हताहत होने या किसी बड़ी क्षति की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘फोनी के लगातार उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और यह अगले छह घंटे में कमजोर हो जाएगा।’’
चक्रवात फनि के कारण 81 उड़ानें रद्द
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण उत्तर पूर्वी क्षेत्रीय मुख्यालय ने चक्रवात फनि के कारण गुवाहाटी में 59, अगरतला 8, दीमापुर 2, लीलाबाड़ी 2, डिब्रूगढ़ 4 औक इंफाल में 6 उड़ानें रद्द की।
ओडिशा में तूफान ने ली 8 जानें
शुक्रवार सुबह ओडिशा के तट से टकराने वाला 'फनि' तूफान कल दिन भर पूरे राज्य में तबाही मचाता रहा। तूफान की वजह से अब तक 8 लोगों की मौत की खबर है। वहीं 150 लोग जख्मी हुए हैं। बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ गए हैं, वहीं कच्चे मकान भी ध्वस्त हो गए हैं।
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कोलकाता में सामान्य हुई ट्रेन और हवाई सेवाएं
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि इस बीच कोलकाता हवाईअड्डे पर शनिवार सुबह 9 बजकर 57 मिनट पर विमानों का परिचालन शुरू कर दिया गया। शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे विमानों का परिचालन रोक दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि सियालदह और हावड़ा क्षेत्र में ट्रेनों का परिचालन भी सामान्य हो रहा है।
बागानों को नुकसान, बिजली गुल
फनि तूफान से फसलों और बागानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। पुरी, भुवनेश्वर, खुर्दा और कटक समेत कई जिलों में कई इलाकों में पानी भर गया है। राज्य के कई इलाकों में बिजली की सप्लाई भी प्रभावित हुई है। ओडिशा के पारादीप में भी जगह-जगह पेड़ उखड़ गए हैं। सीआईएसएफ की टीम रास्ता साफ करने में जुटी। बड़ी संख्या में लोगों को राहत शिविर में रखा गया है।