नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संकट के बीच मौसम भी कई जगहों पर आफत लेकर आ रहा है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में एक दबाव बना हुआ है जिसके अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान और उससे अगले 24 घंटे में बड़े चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना जताई जा रही है। इस चक्रवाती तूफान का नाम अम्फन होगा। चक्रवाती तूफान और घातक होने के साथ आगे बढ़ सकता है और इसी को दखते हुए मौसम विभाग ने 19 और 20 मई के लिए ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों के लिए चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के मुताबिक 18 मई के बाद चक्रवाती तूफान और घातक होकर प्रचंड चक्रवाती तूफान बन सकता है और 19 तथा 20 मई को यह अति प्रचंड चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक 18 मई को तूफान की गति 120 किलोमीटर प्रतिघंटा से लेकर 145 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है और 19 तथा 20 मई को 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से प्रभावित क्षेत्रों में तेज हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग ने 19 मई के लिए ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों के लिए नारंगी चेतावनी जारी की है और 20 मई के दिन पश्चिम बंगाल के लिए रेड अलर्ट जारी हुई है।
कोरोना महामारी के बीच ओडिशा में तूफान के संभावित खतरे से निपटने की तैयारियों के तहत बीते शुक्रवार को 12 तटीय जिलों में चेतावनी जारी की गई। साथ ही कलेक्टरों से लोगों के लिए वैकल्पिक आश्रय गृहों की व्यवस्था करने को कहा गया है। एक उच्च सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी। ओडिशा के राहत आयुक्त पी के जेना ने बताया कि उन्होंने मुख्य सचिव असित त्रिपाठी के साथ तूफान की स्थिति और राज्य पर पड़ने वाले उसके प्रभाव की समीक्षा की है। भारत मौसम विभाग द्वारा प्राप्त प्राथमिक सूचना के अनुसार संभावित कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में घूमते हुए अपने पथ पर लौटेगा और बंगाल की खाड़ी की ओर मुड़ेगा।
इन राज्यों को भी किया गया अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार इस समय देश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव है। इसके कारण देश के पहाड़ी क्षेत्रों जैसे, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के साथ ही पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मौसम बिगड़ सकता है। इन राज्यों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया है। और लोगों से सतर्क रहते हुए घरों से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दी गई है।