नई दिल्ली। बंगाल में तूफान का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात भी लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आए आंधी-तूफान की वजह से 3 लोगों की मौत हो गई और कई जगह भारी नुकसान हुआ है। पश्चिम बंगाल के बर्धमान में काफी नुकसान हुआ है जहां कई पेड़ धराशाई हो गए हैं और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है।
बता दें कि इस समय पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार COVID-19 महामारी और चक्रवात के कारण हुई तबाही के दोहरे संकट का सामना कर रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से कोरोना और अम्फान दोहरे संकट को देखते हुए मदद की अपील की है।
गौरतलब है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भेजने को लेकर भी केंद्र और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार में अनबन सामने आयी है। ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना महामारी और चक्रवात के कारण हुई तबाही के दोहरे संकट का सामना कर रही है। हमारा बुनियादी ढांचा पूरी तरह से बिगड़ चुका है। रेलवे अपनी समझ के अनुसार हर दिन राज्य को श्रमिक स्पेशल ट्रेन भेज रहा है, यहां तक कि हमें सूचित किए बिना भी ट्रेनें भेजी जा रही हैं। बनर्जी ने कहा कि महाराष्ट्र,दिल्ली,गुजरात, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु जैसे कोरोना वायरस हॉटस्पॉट राज्यों से आने वालों को 14 दिन के संस्थागत पृथकवास में रहना होगा।
बंगाल में कोरोना वायरस के नियंत्रण और लॉकडाउन की गाइडलाइन को लेकर केंद्र तथा राज्य सरकार के बीच कई बार बयानबाजी हो चुकी है। गृह मंत्रालय का आरोप है कि बंगाल में केंद्र की गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है, इस कारण कोरोना फैल रहा है।