इंदौर। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधान समाप्त किये जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में शांति बनी हुई है और इस सरहदी सूबे के विभिन्न इलाकों में लगाया गया कर्फ्यू और पाबंदियां "लगभग" हट गयी हैं।
जावड़ेकर ने यहां भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, "जम्मू-कश्मीर में फिलहाल शांति है और वहां आम जन-जीवन सामान्य हो रहा है। आज वहां बेहद उत्साह से बकरीद मनायी गयी।" उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर में गोलीबारी में कुछ लोगों की मौत की अफवाहें उड़ायी गयी थीं। लेकिन ऐसी बातें सरासर झूठी हैं। जैसा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बताया है कि सूबे में एकाध जगह छोटा-मोटा प्रदर्शन हुआ था। लेकिन बाकी स्थानों पर आम जन-जीवन शांतिपूर्ण है और वहां सब जगहों का कर्फ्यू और पाबंदियां लगभग हट गयी हैं।"
जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार की लगायी गयीं पाबंदियों को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा, "जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रेरित आतंकवाद के सफाये का अभियान चल रहा है। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के राज में इस सूबे में साल-साल भर तक कर्फ्यू लगता था। फिलहाल वहां कुछ स्थानों पर चंद दिनों के लिये कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया। बाकी स्थानों पर हालात सामान्य हैं।"
उन्होंने कहा, "अनुच्छेद 370 ने पाकिस्तान को भारत में अलगाववादी प्रचार करने का हथियार मुहैया करा दिया था जिससे हमारे देश में आतंकवाद को भी बढ़ावा मिल रहा था। हमने जम्मू-कश्मीर के आम नागरिकों को न्याय और उनके बुनियादी अधिकार देने के लिये संसद में ऐतिहासिक विधेयक पारित कराया और अनुच्छेद 370 के कई प्रावधान हटा दिये। हमारा यह फैसला नैतिक और कानूनी कसौटियों पर भी एकदम खरा है।"
जावड़ेकर ने कहा, "केवल जम्मू और लद्दाख में ही नहीं, कश्मीर घाटी में भी लोग इस ऐतिहासिक विधेयक के पारित होने का स्वागत कर रहे हैं।"
भारत और पाकिस्तान के बीच अंतराष्ट्रीय सीमा पर सोमवार को ईद-उल-अजहा के मौके पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच मिठाइयों का पारंपरिक आदान-प्रदान नहीं होने को लेकर पूछे गये सवाल पर सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि यह बात पड़ोसी देश के "छोटे मन" की परिचायक है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, "पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भी भारत का ही हिस्सा है। वर्ष 1994 में हमारी संसद प्रस्ताव पारित कर चुकी है कि भारत में पीओके के विलय का प्रयास किया जायेगा।"
जावड़ेकर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर कांग्रेस बंटी हुई है और अंतर्विरोधों से जूझ रही है। कर्ण सिंह, जनार्दन द्विवेदी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मिलिंद देवड़ा और अन्य कांग्रेस नेताओं ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाने के सरकार के कदम के पक्ष में बयान दिये हैं।"
उन्होंने लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा और कांग्रेस की स्थिति की तुलना करते हुए कहा, "पिछले 75 दिनों में भाजपा नीत केंद्र सरकार ने विकास की चाल बढ़ाने के लिये जनता के हित में 75 से ज्यादा निर्णय किये हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस को 75 दिन के असमंजस के बाद भी गांधी परिवार के ही एक व्यक्ति (सोनिया गांधी) को दोबारा पार्टी अध्यक्ष बनाना पड़ा, जबकि पहले प्रतिज्ञा की गयी थी कि इस पार्टी का नया अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होगा।" जावडेकर ने एक सवाल पर कहा, "अयोध्या में (राम जन्मभूमि पर) मन्दिर पहले से बना है। इसे भव्य स्वरूप दिया जाना बाकी है। उच्चतम न्यायालय में इस मामले में रोज सुनवाई जारी है। हमें उम्मीद है कि वहां भव्य राम मंदिर बनेगा।"