श्रीनगर: श्रीनगर में शनिवार को सुरक्षा बलों के एक दल पर आतंकवादियों द्वारा ग्रेनेड फेंके जाने से सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया। अधिकारियों ने कहा कि घटना यहां सनत नगर चौक पर शनिवार रात करीब 8 बजकर 55 मिनट पर हुई। बता दें कि, ऐसी ही एक अन्य घटना में आतंकवादियों शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले में सुरक्षा बलों के एक दल को निशाना बनाया था, जिसमें सीआरपीएफ कांस्टेबल और दो आम निवासी घायल हो गए थे।
जैश के 4 आतंकवादी गिरफ्तार
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक ने शनिवार को बताया कि पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और 4 आतंकवादियों को गिरफ़्तार किया। ये आतंकवादी ड्रोन से गिराए गए हथियारों को इकट्ठा करने और कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करने की योजना बना रहे थे। गिरफ़्तार किए गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी 15 अगस्त से पहले जम्मू में वाहन में आईईडी लगाने और देश के अन्य हिस्सों में महत्वपूर्ण ठिकानों की रेकी करने की योजना बना रहे थे। गिरफ्तार किए गए आतंकी इजहार खान को पाकिस्तान कमांडर ने निर्देश दिए थे। गिरफ्तार किए गए आतंकियों में से एक यूपी के शामली का रहने वाला है। साथ ही आतंकियों को अयोध्या में राम मंदिर की जासूसी करने के भी निर्देश दिए गए थे।
कश्मीर में आतकंवादियों को ले जा रहे ट्रक को रोकने वाले चार सीआईएसएफ जवानों को मिला वीरता पदक
कश्मीर घाटी ट्रक में छिपकर जा रहे आतंकवादियों को रोकने और तीन आतंकवादियों को मार गिराने का अदम्य साहस दिखाने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के चार जवानों को पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। पिछले साल 31 जनवरी को जम्मू के नगरोटा में बन टोल प्लाजा के पास मुठभेड़ में आतंकवादियों से मुकाबला करने के दौरान बहादुरी दिखाने के लिए कांस्टेबल राहुल कुमार, मुत्तमाला रवि, मुतुम बिक्रमजीत सिंह और अनिल लकड़ा को यह सम्मान दिया गया है। ट्रक जम्मू से श्रीनगर जा रहा था जिसे जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआईएसएफ के जवानों ने सुबह साढे़ पांच बजे प्लाजा पर सुरक्षा जांच के लिए रोका था।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए सेना के छह कर्मियों को मिला शौर्य चक्र
शांतिकाल में भारत का तीसरा सबसे बड़ा वीरता पदक, शौर्य चक्र पिछले साल जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में बहादुरी का प्रदर्शन करने के लिए सेना के छह कर्मियों को दिया गया है। भारतीय सेना के अनुसार यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करने वालों में मेजर अरुण कुमार पांडे, मेजर रवि कुमार चौधरी, कैप्टन आशुतोष कुमार (मरणोपरांत), कैप्टन विकास खत्री, राइफलमैन मुकेश कुमार और सिपाही नीरज अहलावत हैं। उसने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सेना के चार कर्मियों को ‘बार टू सेना’ पदक से सम्मानित किया गया, जबकि 116 अन्य को सेना पदक के लिए नामित किया गया। सेना के अनुसार, राष्ट्रीय राइफल्स की 44वीं बटालियन के मेजर पांडे ने पिछले साल नौ और 10 जून को जम्मू-कश्मीर के एक गांव में आतंकवाद विरोधी अभियान का नेतृत्व किया और अभियान के दौरान ‘‘अद्वितीय साहस’’ का प्रदर्शन किया। सेना ने कहा कि राष्ट्रीय राइफल्स की 55वीं बटालियन के मेजर चौधरी ने अपनी यूनिट द्वारा चार सफल अभियानों का नेतृत्व करने में ‘‘असाधारण दृढ़ संकल्प’’ और दृढ़ता का प्रदर्शन किया, जिसके परिणामस्वरूप 13 आतंकवादियों का सफाया हुआ। पिछले साल तीन जून को उनके नेतृत्व में एक अभियान का उनके प्रशस्ति पत्र में विशेष रूप से उल्लेख किया गया था।