नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी के निजी कर्मी और एक बस चालक के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद यहां बल के मुख्यालय को सील कर दिया गया है। सीआरपीएफ की पांच मंजिला इमारत लोधी रोड पर सीजीओ कॉम्प्लेक्स में स्थित है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि मुख्यालय में विशेष महानिदेशक (एसडीजी) पद पर काम कर रहे अधिकारी का निजी सचिव संक्रमित पाया गया है। उन्होंने बताया कि साथ ही मुख्यालय में काम कर रहे कर्मचारियों को लाने-ले जाने वाला एक बस चालक भी संक्रमित पाया गया है।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने बताया, 'सीआरपीएफ मुख्यालय में तैनात एक चालक कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है। मुख्यालय को संक्रमण मुक्त करने के लिए बंद कर दिया गया है।' उन्होंने बताया कि मुख्यालय में अधिकारियों के प्रवेश पर रविवार से रोक लगा दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इमारत को समयबद्ध तरीके से सील करने के लिए चिकित्सा दिशा निर्देशों के अनुसार 'आवश्यक कदम उठाने' के लिए जिला निगरानी अधिकारी को सूचित कर दिया है। उन्होंने बताया, 'सभी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। सीआरपीएफ के महानिदेशक ए पी माहेश्वरी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 से संबंधित सभी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए।'
उन्होंने बताया कि दोनों संक्रमित कर्मचारियों के संपर्क में आए सभी कर्मियों की पहचान करने की कवायद शुरू कर दी गई है। अधिकारी ने बताया कि एसडीजी पद का अधिकारी पहले ही पृथक-वास कर रहा है। सीआरपीएफ में कोरोना वायरस के कई मामले देखने को मिल रहे हैं। दिल्ली में उसकी 31वीं बटालियन के कम से कम 135 कर्मी इस संक्रामक रोग की चपेट में आए और यूनिट के 55 वर्षीय सब-इंस्पेक्टर की पिछले हफ्ते संक्रमण से मौत हो गई थी। अलग-अलग यूनिट के कम से कम तीन अन्य कर्मी संक्रमित पाए गए हैं और उनके कई सहकर्मियों को पृथक किया गया है। सीआरपीएफ देश का सबसे बड़ा अर्द्धसैन्य बल है।
बता दें कि, सीआरपीएफ जवानों के कोरोना संक्रमित होने का मामला लगातार बढ़ रहा है। इससे पहले पूर्वी दिल्ली में सीआरपीएफ की 31वीं बटालियन कैंप में 68 और जवानों के कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आए थे। इसके बाद इस बटालियन में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 122 हो गई है। हालांकि, CRPF में कोविड संक्रमण के मामलों की संख्या 144 हो गई है, जिनमें से 1 जवान ठीक हो चुका है और जबकि 1 की मौत हो चुकी है।
कुछ दिन पहले नीति आयोग की बिल्डिंग को कोरोना वायरस संक्रमण के चलते सील कर दिया गया था। बता दें कि सीआरपीएफ का मुख्य कार्य राज्य में हिंसा के समय कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय पुलिस की मदद करना होता है। इसकी स्थापना आजादी से पहले 1939 में क्राउंस रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रुप में हुई थी।