नयी दिल्ली: लॉकडाउन की वजह से दिल्ली में अपराध दर में खासी कमी आई है। दिल्ली पुलिस ने 15 मार्च के बाद से लूटपाट, वाहन चोरी और अन्य अपराधों से जुड़े मामले समेत करीब 2,000 मामले दर्ज किए हैं, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 42 प्रतिशत कम है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 3,416 मामलों की तुलना में इस साल 15 से 31 मार्च तक कुल 1,990 मामले दर्ज किए गए हैं। देशव्यापी बंद के लागू होने से पहले ही दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में 50 से ज्यादा लोगों वाले धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी थी।
आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं की लज्जा भंग करने से जुड़े मामलों में 50 फीसद की कमी आई है जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान अपहरण के मामलों में 42 फीसद की कमी दर्ज की गई है। अगवा करने के मामलों में 64 प्रतिशत तथा जबरन वसूली के मामलों में 77 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं डकैती के मामलों में 51 प्रतिशत तो गंभीर दुर्घटनाओं में 60 प्रतिशत की कमी आई है।
कुल 1990 मामलों में डकैती के 53 मामले, छीना-झपटी के 181 मामले, गंभीर रूप से घायल करने के 27 मामले, सेंधमारी के 55 मामले, मोटर वाहन चोरी के 1,243 मामले, घर में चोरी के 66 मामले, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने के 72 मामले, अपहरण के 150 मामले, जबकि दुर्घटना के 112 मामले शामिल हैं जिनमें किसी की जान नहीं गई। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को देशभर में 21 दिन के बंद की घोषणा की थी।