नयी दिल्ली: दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट की ओर से पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने का कोई असर नहीं देखा गया और दीपावली की रात राष्ट्रीय राजधानी में जमकर आतिशबाजी की गई जिससे धुंध छा गई। शहर के प्रदूषण निगरानी स्टेशन के ऑनलाइन संकेतक ने हवा की गुणवाा बहुत खराब बताई क्योंकि शाम करीब सात बजे पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा हवा में तेजी से बढ़ गई। यह कण सन प्रणाली में चले जाते हैं और ब्लडस्ट्रेम में पहुंच जाते हैं।
आतिशबाजी की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया साथ ही लोगों ने आतिशबाजी कर कचरा भी खूब फैलाया। लोधी रोड में तो तड़के चार बजे पीएम 10 का स्तर करीब 5 गुना ज्यादा बढ़ गया। वहीं पीएम 2.5 का स्तर भी 8 गुना से ज्यादा दर्ज किया गया। यानी दिल्ली में पटाखा पर सुप्रीम कोर्ट के बैन का असर नहीं दिख रहा है।
दिल्ली और इसके आसपास बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR में पटाखों पर बैन लगा रखा है लेकिन दिवाली की रात यहां जिस तरह पटाखे फोड़े गए, जिस तरह की आतिशबाजी हुई उससे सुप्रीम कोर्ट के बैन का असर नहीं के बराबर दिखा।
दक्षिणी दिल्ली के आरके पुरम जैसे पॉश इलाके में तो देर रात प्रदूषण का स्तर पीएम 2.5 में लगभग 12 गुना तक गिरावट दर्ज की गई थी। आरके पुरम के अलावा आनंद विहार, श्रीनिवासपुरी, वजीरपुर अशोक विहार और शाहदरा जैसे इलाकों में भी प्रदूषण का स्तर सामान्य से कई गुना ज्यादा दर्ज किया गया।
दिवाली की रात 10 बजे तक के पीएम 10 पॉल्यूशन के आंकड़ों की बात करें तो...
- आनंद विहार में पीएम 10 पॉल्यूशन लेवल 898 माइक्रोन था यानी 9 गुना ज्यादा
- शहादरा में 692 माइक्रोन यानी 7 गुना ज्यादा
- पंजाबी बाग में 648 माइक्रोन यानी 6 गुना से ज्यादा
- आरके पुरम में 950 माइक्रोन यानी सामान्य से 9 गुना से ज्यादा
- वजीरपुर में 810 माइक्रोन यानी 8 गुना से ज्यादा
- अशोक विहार में 838 माइक्रोन यानी 8 गुना से ज्यादा
- और श्रीनिवासपुरी में 486 माइक्रोन यानी करीब 5 गुना ज्यादा था
इसी तरह पीएम 2.5 पॉल्यूशन लेवल यदि 60 माइक्रोन तक हो तो इसे सामान्य माना जाता है लेकिन दिल्ली के कई इलाकों में दिवाली की रात इसका स्तर भी काफी बढ़ा हुआ था।
- आरके पुरम में 707 माइक्रोन यानी करीब 12 गुना ज्यादा
- शाहदरा में 473 माइक्रोन यानी करीब-करीब 8 गुना ज्यादा
- वजीरपुर में 532 माइक्रोन जोकि 9 गुना ज्यादा है
- श्रीनिवासपुरी में 349 माइक्रोन, ये लगभग 6 गुना ज्यादा था
- आनंद विहार में 394 माइक्रोन जोकि 6 गुना से ज्यादा है
- और अशोक विहार में 514 माइक्रोन, ये सामान्य से 8 गुना से ज्यादा है
वहीं मुंबई में भी दिवाली की रात हुई आतिशबाजी के बाद वातावरण में प्रदूषण की मात्रा काफी बढ़ गई है। दिवाली के मौके पर मुंबई में एक अच्छी बात तो दिखी, आतिशबाजी हिंदू-मुसलमान सबने मिलकर की लेकिन मुंबई के मरीन ड्राइव समेत दूसरे इलाकों में इतनी आतिशबाजी हुई कि मुंबई की आबोहवा भी जहरीली हो गई।