नई दिल्ली: भारत में मंगलवार को कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 4789 पहुंच गई है। अबतक देश में इस वायरस से 124 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में पिछले 24 घंटों में 354 नए मामले सामने आए है और देश में बीते 24 घंटे में कोविड-19 से आठ लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। उन्होनें बताया कि सरकार अब क्वारंटीन में लिए गए लोगों की निगरानी पर जोर दे रही है और कंट्रोल रुम के जरिए उन मरिजों की निगरानी की जा रही है। सरकार ने कोविड-19 केयर सेंटर बनाने का फैसला किया है, जिनको कोविड अस्पतालों के साथ जोड़ा जाएगा। मंत्रालय ने बताया कि अब तक 326 व्यक्तियों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि भारतीय रेलवे ने 2,500 डिब्बों में 40,000 आइसोलेशन बेड तैयार किए हैं। वे प्रतिदिन 375 अलगाव बेड बना रहे हैं और यह देश भर में 133 स्थानों पर चल रहा है। वहीं गृह मंत्रालय की तरफ से पी.एस. श्रीवास्तव ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की स्थिति संतोषजनक है। गृह मंत्री ने आवश्यक वस्तुओं और लॉकडाउन उपायों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की है, जमाखोरी और कालाबाजारी को रोकने के निर्देश भी दिए गए हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर दिल्ली, मुंबई, भीलवाड़ा, आगरा में छोटे-छोटे क्षेत्रों को चिह्नित कर उन्हें सील करने की रणनीति बनायी गयी है। आईसीएमआर ने अपने अध्ययन में स्पष्ट किया है कि कोविड-19 का एक मरीज अगर लॉकडाउन और सामाजिक मेलजोल से दूरी का पालन नहीं कर रहा है तो वह 30 दिन में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है। उन्होनें लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने पर कहा कि अभी तक इसपर कोई फैसला नहीं, कृपया अटकलें ना लगाएं।