नई दिल्ली। कोविड-19 का पता लगाने के लिए किए जाने वाले टेस्ट की संख्या भारत में सोमवार को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सोमवार को भारत में 24,248 नए कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आए, जिसके बाद यहां कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 7 लाख के करीब पहुंच गई है। कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 19,693 हो गई है। पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 425 लोगों की जान गई है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के वैज्ञानिक और मीडिया कॉर्डिनेटर डा. लोकेश शर्मा ने बताया कि 5 जुलाई को 1,80,596 टेस्ट के साथ सोमवार को 11 बजे तक देश में कुल 1,00,04,101 सैम्पल टेस्ट किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि देश में इस समय 1105 टेस्टिंग लैब्स कार्यरत हैं, जिसमें 788 सरकारी और 317 प्राइवेट हैं। शर्मा ने कहा कि प्रतिदिन होने वाले टेस्ट की क्षमता भी तेजी से बढ़ी है। पिछले 14 दिनों से दैनिक आधार पर 2,00,000 सैम्पल को टेस्ट किया जा रहा है।
भारत में कोविड-19 टेस्ट की संख्या ने एक जुलाई को 90 लाख का आंकड़ा पार किया था। शर्मा ने बताया कि 25 मई तक प्रतिदिन 1.5 लाख टेस्ट किए जा रहे थे, जिनकी संख्या बढ़कर अब प्रतिदिन 3 लाख हो गई है। पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के साथ शुरू करने के बाद लॉकडाउन की शुरुआत तक 100 लैब्स स्थापित कर ली गई थीं। आईसीएमआर ने 23 जून को 1000वीं टेस्टिंग लैब को मंजूरी दी थी।
स्वास्थ्य मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 जांच को बढ़ाने के लिए पहले ही कई कदम उठाए हैं। केंद्र ने सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।