नई दिल्ली: रूस ने बृहस्पतिवार को भारत को 20 टन चिकित्सा सामग्रियों की आपूर्ति की जिनमें आक्सीजन सांद्रक, वेंटीलेटर, दवा शामिल हैं। रूस की ओर से भारत को यह सहायता ऐसे समय में की गई है जब देश कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर की चुनौतियों का सामना कर रहा है। रूस की नागरिक आपदा सेवाओं की देखरेख करने वाली सरकारी एजेंसी ‘इमरकॉम’ द्वारा परिचालित दो परिवहन विमानों से चिकित्सा सामग्रियां दिल्ली लाई गईं। रूस द्वारा इन राहत सामग्रियों की आपूर्ति तब की गई है जब एक दिन पहले ही महामारी की स्थिति और उससे निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत हुई है।
रूसी राजदूत निकोलाई कुदाशेव ने कहा, ‘‘रूसी इमरकॉम द्वारा परिचालित दो अति आवश्यक उड़ान यहां पहुंची जिनमें 20 टन माल लाया गया। इनमें आक्सीजन सांद्रक, फेफड़े के वातायन संबंधी उपकरण, मॉनिटर तथा कोरोना वायरस रोधी एवं अन्य आवश्यक दवा शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच अभी कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ संयुक्त लड़ाई सहयोग का महत्वपूर्ण क्षेत्र है । उन्होंने कहा, ‘‘इसमें मई 2021 से स्पूतनिक वी टीके की आपूर्ति और बाद में भारत में इसका उत्पादन शामिल है।’’
रूसी राजदूत ने कहा कि चिकित्सा विज्ञाान और कोरोना वायरस के नए स्वरूप से निपटने का रास्ता द्विपक्षीय सहयोग में शामिल है। कुदाशेव ने कहा कि रूस भारत की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है जो कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने के कारण अधिक गंभीर हो रहा है। उन्होंने पिछले वर्ष महामारी शुरू होने पर भारत की ओर से हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन की आपात आपूर्ति का भी जिक्र किया।