बेंगलुरु. कोविड-19 की दूसरी लहर से जूझ रहे कर्नाटक के लिए राज्य की येदियुरप्पा सरकार ने सहायता पैकेज का ऐलान किया है। येदियुरप्पा सरकार ने कर्नाटक के लिए 1250 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कर्नाटक के सीएम बीएस येद्दियुरप्पा ने अलगअलग तबके के लिए सहायता पैकेज का ऐलान किया। उन्होंने टीचर्स, लाइनमैन, सिलेण्डर और डिस्ट्रीब्यूटर बॉयज़ को फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में शामिल किया ताकि उनका वैक्सिनेशन पहले हो सके।
येदियुरप्पा सरकार द्वारा किए गए प्रमुख ऐलान
- ऑटो टैक्सी चालकों को 3 हज़ार की वित्तीय सहायता
- फूल की खेती करने वालों को 10 हज़ार प्रति हेक्टर की मदद
- फुटपाथ पर फूल और सब्जी बेचने वाले हॉकर्स को 3 हज़ार रुपये की मदद
- फ़िल्म लाइन वर्कर्स को 3 हज़ार रुपये की मदद
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत सभी को 5 किलो चावल दिया जाएगा
- अनऑर्गेनाइस्ड लेबर को 2000 रुपये की मदद
- सभी को सीधे बैंक अकाउंट में पैसे भेजे जाएंगे
क्या बोले येदियुरप्पा
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि वर्तमान लॉकडाउन को 24 मई को समाप्त होने से कुछ दिन पहले आगे बढ़ाने पर निर्णय लिया जाएगा। येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने कोविड की पहली लहर के दौरान विभिन्न क्षेत्रों को वित्तीय पैकेज दिए थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा प्रतिबंधों ने असंगठित क्षेत्र और किसानों की आजीविका को प्रभावित किया है, इसके प्रभाव को कम करने के लिए हम 1,250 करोड़ रुपये से अधिक के राहत पैकेज की घोषणा कर रहे हैं।’’पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के वित्तीय बाधाओं का सामना करने के बावजूद पैकेज की घोषणा कर रही है और इस कठिन समय में लोगों के साथ खड़ी है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, "हमने मौजूदा वित्तीय सीमाओं के भीतर अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया है और भविष्य में और कुछ करने की आवश्यकता पर विचार करेंगे।" राज्य सरकार ने शुरू में 27 अप्रैल से 14 दिनों के लिए "बंद" करने की घोषणा की थी, लेकिन कोविड के मामले लगातार बढ़ने के कारण बाद में 10 मई से 24 मई तक पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया।