जम्मू। जम्मू-कश्मीर राज्य कार्यकारी समिति (एसईसी) ने केंद्रशासित प्रदेश में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करने के बाद रविवार को शैक्षणिक संस्थानों को अगले आदेश तक के लिए बंद ही रखने का निर्णय लिया। वहीं, समिति ने कहा कि किसी भी जिले में सप्ताहांत में कर्फ्यू नहीं होगा लेकिन रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक कर्फ़्यू लागू रहेंगे।
समिति ने बंद कमरे या खुले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में आने वाले लोगों की संख्या 25 पर सीमित कर दी। एक आदेश में मुख्य सचिव ए के मेहता ने कहा कि ऐसा पाया गया कि पिछले हफ़्तों की तुलना में कई जिलों में स्थिति में सुधार है।
एसईसी के अध्यक्ष मेहता ने कहा, ‘‘हालांकि कोविड-19 के मामलों में उतार-चढ़ाव के मद्देनजर सभी जिलों में मौजूदा नियमों को बरकरार रखने की जरूरत है।’’ मेहता ने कहा कि विद्यालय और कोचिंग केंद्र समेत उच्च शिक्षण संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे। हालांकि, शैक्षणिक संस्थानों को प्रशासनिक कार्यों के मद्देनजर टीके की खुराक लेने वाले कर्मचारियों को सीमित संख्या में संस्थान बुलाने की अनुमति दी गई है।
जम्मू कश्मीर ने स्वतंत्रता दिवस के लिए राष्ट्रगान गायन प्रतियोगिता की घोषणा की
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने स्वतंत्रता के 75 साल के जश्न के तहत राष्ट्रगान गायन प्रतियोगिता की घोषणा की है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि चूंकि देश आजादी के 75 साल का जश्न मना रहा है और इसे 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मना रहा है, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के मार्गदर्शन में प्रशासन ने व्यक्तियों और समूहों से प्रतियोगिता में भाग लेने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत श्रेणी के तहत, लोग दो उपश्रेणियों में हिस्सा ले सकते हैं जिसमें 13-18 वर्ष और 18 वर्ष से अधिक शामिल है।
अधिकारी ने बताया कि प्रतियोगिता एक अगस्त से सात अगस्त तक खुली है। प्रवक्ता ने कहा कि विजेताओं को नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। प्रवक्ता ने बताया कि पहला पुरस्कार 25,000 रुपये, दूसरा 11,000 रुपये और तीसरा 5,000 रुपये का है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर के विजेता संभाग स्तर के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे और सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र मिलेगा।
प्रवक्ता ने कहा कि सभी व्यक्तिगत और समूह विजेताओं को अपने-अपने जिले और संभाग स्तर के स्वतंत्रता दिवस 2021 समारोह में राष्ट्रगान गाने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि पात्र होने के लिए, सभी प्रतिभागियों को जम्मू-कश्मीर का मूल निवासी होना चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि पात्र लोग अपनी प्रविष्टियां आनलाइन जमा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान गाने वाले प्रतिभागियों की एक वीडियो फ़ाइल (अधिमानतः एचडी में) 7 अगस्त तक अपलोड करनी है।