नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन जल्द उपलब्ध होने की उम्मीद को देखते हुए सरकार ने इसके वितरण की व्यवस्था को चाक-चौबंद करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 'मेड इन इंडिया' कोरोना वैक्सीन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में कोरोना वैक्सीन तैयार होगी। वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलते ही देश में टीकाकरण अभियान शुरू होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, केंद्र सरकार से लेकर ब्लॉक स्तर पर वैक्सीन लगाए जाने का तंत्र तैयार है और देश के सभी ब्लॉक में गठित टास्क फोर्स की बैठक 15 दिसंबर तक पूरा करने को कह दिया गया है। इसके साथ ही वैक्सीन लगाये जाने वाले प्राथमिकता समूहों से लेकर उन्हें लगाने वालों की सूची भी तैयार कर ली गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पहले फेज में सरकार के पास वैक्सीन के तीन करोड़ डोज अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कोल्ड चैन पहले से तैयार है।
पहला ग्रुप- जानकारी के मुताबिक, सरकार की ओर से तय किए चार प्रमुख समूहों में पहला ग्रुप स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े लोगों का है। यह लोग महामारी से शुरुआत से ही लड़ाई लड़ रहे हैं इसलिए इन्हें पहले समूह में रखा गया है। इनमें डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, हेल्थकेयर सपोर्ट स्टाफ आदि शामिल हैं। ये सभी लोग कोविड मरीजों के सबसे ज्यादा संपर्क में आते हैं ऐसे में उन्हें संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है इस वजह से वैक्सीन पर सबसे पहला अधिकार इन्हीं लोगों का माना जा रहा है।
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दूसरा ग्रुप- दूसरे ग्रुप में वे लोग हैं, जिन्होंने महामारी के दौर में भी लोगों का ध्यान रखना नहीं छोड़ा। इनमें सेना, पुलिस, फायर ब्रिगेड और नगर निगम जैसे सेक्टर्स शामिल हैं। ऐसे में इन लोगों को कोविड वैक्सीन की लिस्ट में दूसरे नंबर पर रखा गया है।
तीसरा गुप्र- तीसरे ग्रुप के तहत ऐसे लोगों को वैक्सीन लगेगा, जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है। कोविड-19 का असर सबसे ज्यादा 50 साल से ऊपर उम्र वाले लोगों पर देखने को मिला। ऐसे में अगर आपकी उम्र 50 साल से ज्यादा है तो आपको पहले चरण में ही टीका लग सकता है।
चौथा ग्रुप- चौथे ग्रुप के तहत ऐसे लोगों को कोरोना वैक्सीन लगेगा, जिनकी उम्र 50 साल से कम होगी, लेकिन वे लोग गंभीर बीमारियों से जूझ रहे होंगे। माना जा रहा है कि इस ग्रुप में बीमारियों के हिसाब से कैटिगरी बनाई जा सकती है। पहले चरण में किडनी की हल्की बीमारी या हल्के हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को बाहर रखा जा सकता है।